Gaatha Bachpan (All Audios)
Chor Aur Raja ( चोर और राजा )
Chor Aur Raja ( चोर और राजा )
Dene Wala Jab Bhi Deta (देने वाला जब भी देता)
Dene Wala Jab Bhi Deta (देने वाला जब भी देता)
Gadam (गडाम)
Gadam (गडाम)
Ekta Mein Bal (एकता मैं बल)
Ekta Mein Bal (एकता मैं बल)
Sher Aur Kangan ( शेर और कंगन )
Sher Aur Kangan ( शेर और कंगन )
Tedhi Kheer (टेढ़ी खीर)
Tedhi Kheer (टेढ़ी खीर)
Zindgi Ka Kadwa Sach ( जिंदगी का कड़वा सच )
Zindgi Ka Kadwa Sach ( जिंदगी का कड़वा सच )
Udti Hui Afwah ( उड़ती हुई अफवाह )
Udti Hui Afwah ( उड़ती हुई अफवाह )
Udasi Kaisi ( उदासी कैसी )
Udasi Kaisi ( उदासी कैसी )
Sher Aur Brahman ( शेर और ब्राह्मण )
Sher Aur Brahman ( शेर और ब्राह्मण )
Baalak kyo hasa ( बालक क्यों हँसा )
Baalak kyo hasa ( बालक क्यों हँसा )
Yogi phle kyu roya baad me kyu hasa ( योगी पहले क्यों रोया )
Yogi phle kyu roya baad me kyu hasa ( योगी पहले क्यों रोया )
Prem me andha kon
Prem me andha kon
O Papad Wale mujhse panga na le ( ओ पापड़ वाले मुझसे पंगा न ले )
O Papad Wale mujhse panga na le ( ओ पापड़ वाले मुझसे पंगा न ले )
Galat aadat ka ehsaas or aatmvishwas ( गलत आदत का एहसास और आत्म विश्वास )
Galat aadat ka ehsaas or aatmvishwas ( गलत आदत का एहसास और आत्म विश्वास )
Ishwar Jo kuch karta Hai ( ईश्वर जो कुछ भी करता है मनुष्य के भले के लिए ही कर )
Ishwar Jo kuch karta Hai ( ईश्वर जो कुछ भी करता है मनुष्य के भले के लिए ही कर )
Vidya Kyu Nasht Hui ( विद्या क्यों नष्ट हो गयी )
Vidya Kyu Nasht Hui ( विद्या क्यों नष्ट हो गयी )
Sarvashreshtha Var Kon ( सर्वश्रेष्ठ वर कौन )
Sarvashreshtha Var Kon ( सर्वश्रेष्ठ वर कौन )
Sabse Adhik Sukumar Kaun ( सबसे अधिक सुकुमार कौन )
Sabse Adhik Sukumar Kaun ( सबसे अधिक सुकुमार कौन )
Pind Daan Ka Adhikari Kon ( पिण्ड दान का अधिकारी कौन )
Pind Daan Ka Adhikari Kon ( पिण्ड दान का अधिकारी कौन )
Patni Kiski ( पत्नी किसकी )
Patni Kiski ( पत्नी किसकी )
Patni Kiski ( पत्नी किसकी )
Genre
बेताल पच्चीसी की कहानियों में से एक कहानी पत्नी किसकी जिसमें बेताल, विक्रमादित्य के सामने एक कहानी सुनाता है और उससे प्रश्न करता है कि यदि एक स्त्री गलती से अपने पति का सिर उसके पति के मित्र के धड़ में और मित्र का सिर अपने पति के धड़ में लगा देती है तो वास्तव वास्तव मं किसे अपना पति समझे? राजा विक्रमादित्य किस प्रकार इस प्रश्न का उत्तर बेताल को देते हैं ?
Chor jor jor se Kyu Roya Aur Phir Hasa ( चोर ज़ोर-ज़ोर से क्यों रोया और फिर हँसा )
Chor jor jor se Kyu Roya Aur Phir Hasa ( चोर ज़ोर-ज़ोर से क्यों रोया और फिर हँसा )
Chor Ka Adhikar ( क्या चोरी की गयी चीज़ पर चोर का अधिकार होता है )
Chor Ka Adhikar ( क्या चोरी की गयी चीज़ पर चोर का अधिकार होता है )
Apradhi Kaun ( अपराधी कौन )
Apradhi Kaun ( अपराधी कौन )
Sher Bnane ka Apraadh Kisne Kiya ( शेर बनाने का अपराध किसने किया )
Sher Bnane ka Apraadh Kisne Kiya ( शेर बनाने का अपराध किसने किया )
Adhik Saahsi Kon ( अधिक साहसी कौन )
Adhik Saahsi Kon ( अधिक साहसी कौन )
Kumhar Ki Kahani ( कुम्हार की कहानी )
Kumhar Ki Kahani ( कुम्हार की कहानी )
Kumhar Ki Kahani ( कुम्हार की कहानी )
एक बार युधिष्ठिर नामक कुम्हार के माथे में में घड़े की नोक से चोट लग जाती है |घाव इतना गहरा होता है कि ठीक होने के बाद भी उसका निशान नहीं जाता है | वहां का राजा कुम्हार के सिर पर चोट का निशान देखकर उसे एक वीर पुरुष समझकर अपने यहां सैनिक के रूप में भर्ती कर लेता है |कहानी में आगे क्या होता है?इसे जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी कुम्हार की कहानी, शिवानी आनंद की आवाज में…
Saadhu Aur Chuha ( साधु और चूहा )
Saadhu Aur Chuha ( साधु और चूहा )
Rakshas Ka Bhay ( राक्षस का भय )
Rakshas Ka Bhay ( राक्षस का भय )
Kauwe Aur Ullu Ke Bair Ki Katha ( कौवे और उल्लू के बैर की कथा पंचतंत्र )
Kauwe Aur Ullu Ke Bair Ki Katha ( कौवे और उल्लू के बैर की कथा पंचतंत्र )
Kauwe Aur Ullu Ke Bair Ki Katha ( कौवे और उल्लू के बैर की कथा पंचतंत्र )
कौओं और उल्लुओं में स्वाभाविक बैर क्यों चला रहा है ?इसके पीछे एक रोचक कथा है| पंचतंत्र की कहानियों में सुनते हैं कहानी कौवे और उल्लू के बैर की कथा शिवानी आनंद की आवाज में…
Jaise Ko Taisa ( जैसे को तैसा )
Jaise Ko Taisa ( जैसे को तैसा )
Do Sir Wala Julaha ( दो सिर वाला जुलाहा )
Do Sir Wala Julaha ( दो सिर वाला जुलाहा )
Do Sir Wala Julaha ( दो सिर वाला जुलाहा )
कहानी एक जुलाहे की है |जिसे देवता के द्वारा इच्छापूर्ति वरदान मिलने का आशीर्वाद मिलता है किंतु जुलाहा देव से ऐसा वरदान मांग लेता है, जो उसके लिए अभिशाप साबित होता है| आखिर जुलाहे ने ऐसा क्या मांग लिया ?इसे जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी दो सिर वाला जुलाहा ,जिसे आवाज दी है शिवानी आनंद ने ….
Chuhiya Ka Swamvar ( चुहिया का स्वयंवर )
Chuhiya Ka Swamvar ( चुहिया का स्वयंवर )
Chuhiya Ka Swamvar ( चुहिया का स्वयंवर )
Genre
याज्ञवल्क्य नाम के मुनि ने एक एक चुहिया उसे कन्या का रुप दे दिया, और अपने आश्रम में ले आये |अपनी ही लड़की की तरह उसका लालन-पालन किया | कन्या विवाह का समय आया ,तब कन्या ने किसको वर के रूप में चुना ?इस पूरी कहानी को जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानी चुहिया का स्वयंवर, शिवानी आनंद की आवाज में…
Geedad Geedad Hi Rehta Hai ( गीदड़ गीदड़ ही रहता है )
Geedad Geedad Hi Rehta Hai ( गीदड़ गीदड़ ही रहता है )
Geedad Geedad Hi Rehta Hai ( गीदड़ गीदड़ ही रहता है )
Genre
वास्तव में जिसका जैसा स्वाभाविक स्वभाव होता है ,वह हर परिस्थिति में वैसा ही रहता है |कहानी एक गीदड़ के बच्चे की है ,जिसे शेरनी के द्वारा पाला जाता है |विष्णु शर्मा द्वारा लिखी गई पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी गीदड़ -गीदड़ ही रहता है, सुनते हैं शिवानी आनंद की आवाज में…
Brahman Aur Sarp Ki Katha ( ब्राह्मण और सर्प की कथा )
Brahman Aur Sarp Ki Katha ( ब्राह्मण और सर्प की कथा )
Brahman Aur Sarp Ki Katha ( ब्राह्मण और सर्प की कथा )
कहानी में हरिदत्त नाम का एक ब्राह्मण अपने खेत में सांप के बिल के पास प्रतिदिन पूजा कर दूध रखता है और अगले दिन उसे दूध वाले पात्र में एक स्वर्ण मुद्रा प्राप्त होती है | इसके आगे की कहानी जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी ब्राह्मण और सर्प, शिवानी आनंद की आवाज में…
Bakra or Brahman ( बकरा और ब्राह्मण )
Bakra or Brahman ( बकरा और ब्राह्मण )
Bakra or Brahman ( बकरा और ब्राह्मण )
किसी झूठ की बार- बार पुनरावृत्ति होने पर ,वह सच की भांति प्रतीत होने लगता है किंतु ऐसे समय अपनी बुद्धि का प्रयोग करना अति आवश्यक हो जाता है| ऐसा ही कुछ उस ब्राह्मण के साथ होता हैजब वह अपनी बुद्धि का प्रयोग और अपने पर विश्वास ना करके ठगों के द्वारा ठगा जाता है | किस प्रकार?इसे जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी बकरा और ब्राह्मण, शिवानी आनंद की आवाज में…
Baatuni Kachua ( मूर्ख बातूनी कछुआ )
Baatuni Kachua ( मूर्ख बातूनी कछुआ )
Avivek Ka Mulya (अविवेक का मूल्य)
Avivek Ka Mulya (अविवेक का मूल्य)
Avivek Ka Mulya (अविवेक का मूल्य)
कहानी एक ऐसे ऊंट की है जिसकेअविवेक से उसे शेर का शिकार बनना पड़ा |कैसे ?इसे जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी अविवेक का मूल्य शिवानी आनंद की आवाज में
Siyaar Aur Dhool (सियार और ढोल)
Siyaar Aur Dhool (सियार और ढोल)
Shatru ki Salah ( शत्रु कि सलाह )
Shatru ki Salah ( शत्रु कि सलाह )
Shatru ki Salah ( शत्रु कि सलाह )
Narrator
कहानी बगुलों और कछुओं की है जिसमें बगुले पेड के कोटर में रह रहे नाग से बदला लेना चाहते हैं क्योंकि नाग उनके बच्चों को मारकर खा जाता है और इधर कछुए भी बगुलों से बदला लेना चाहते हैं क्योंकि बगुले, कछुओं को अपना आहार बना लेते हैं |ऐसे में कहानी में ऐसे में क्या होता है ?क्या कछुए बगुलों से अपना बदला ले पाते हैं? ,जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी शत्रु की सलाह ,शिवानी आनंद की आवाज में…
Murkh Sadhu aur Thug ( मूर्ख साधू और ठग )
Murkh Sadhu aur Thug ( मूर्ख साधू और ठग )
Bandar Aur Lakdi Ka Khoonta (बन्दर और लकड़ी का खूंटा)
Bandar Aur Lakdi Ka Khoonta (बन्दर और लकड़ी का खूंटा)
Bandar Aur Lakdi Ka Khoonta (बन्दर और लकड़ी का खूंटा)
कहानी एक शरारती बंदर की है, जिसे अपनी शरारत का परिणाम भुगतना पड़ता है |कैसे? पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी बंदर और लकड़ी का खूंटा, सुनते हैं शिवानी आनंद की आवाज में…
Vyapari Ka Patan Aur Uday (व्यापारी का पतन और उदय)
Vyapari Ka Patan Aur Uday (व्यापारी का पतन और उदय)
Stri Kiski ( स्त्री किसकी )
Stri Kiski ( स्त्री किसकी )
Sabse Badhkar Kaun (सबसे बढ़कर कौन)
Sabse Badhkar Kaun (सबसे बढ़कर कौन)
Sabse Adhik Tyagi Kaun ( सबसे अधिक त्यागी कौन)
Sabse Adhik Tyagi Kaun ( सबसे अधिक त्यागी कौन)
Kiska Punya Bada ( किसका पुण्य बड़ा)
Kiska Punya Bada ( किसका पुण्य बड़ा)
Asli Var Kon (असली वर कौन)
Asli Var Kon (असली वर कौन)
Zyada Papi Kon ( ज्यादा पापी कौन )
Zyada Papi Kon ( ज्यादा पापी कौन )
Punya Kiska ( पुण्य किसका)
Punya Kiska ( पुण्य किसका)
Pati Kon ( पति कौन )
Pati Kon ( पति कौन )
Papi Kon ( पापी कौन )
Papi Kon ( पापी कौन )
Mahaguru ( महागुरु )
Mahaguru ( महागुरु )
lapak laddu ( लपक लड्डू )
lapak laddu ( लपक लड्डू )
Hme Nahi Jaana ( हमें नहीं जाना )
Hme Nahi Jaana ( हमें नहीं जाना )
Do Dosto ki Kahani ( दो दोस्तों की कहानी )
Do Dosto ki Kahani ( दो दोस्तों की कहानी )
Muftkhor Mehman ( मुफ्तखोर मेहमान)
Muftkhor Mehman ( मुफ्तखोर मेहमान)
Muftkhor Mehman ( मुफ्तखोर मेहमान)
Narrator
कहानी मंदरीसर्पिणी नाम की जूं की है, जो रोज राजा के सोने के बाद उसका रक्त पान करती है |किंतु एक दिन अग्निमुख खटमल भी अपने को मेहमान बताकर राजा का रक्त पान करना चाहता है |अब इसके बाद कहानी में क्या होता है इसे जानने के लिए सुनते हो शिवानी आनंद की आवाज में पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी मुफ्त खोर मेहमान…
Mahaveer Or Gadivan ( महावीर और गाड़ीवान )
Mahaveer Or Gadivan ( महावीर और गाड़ीवान )
Mahaveer Or Gadivan ( महावीर और गाड़ीवान )
Narrator
जो अपनी मदद करता है, ईश्वयर उसी की मदद करते हैं।कैसे ?जानते हैं सूर्यकांत त्रिपाठी द्वारा लिखी गई कहानी महावीर और गाड़ीवान, निधि मिश्रा की आवाज में
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