Gaatha Bachpan (All Audios)
Tabadla (तबादला )
Tabadla (तबादला )
Tabadla (तबादला )
Narrator
सुबोध अवस्थी का जब ट्रांसफर एक शहर से दूसरे शहर के लिए होता है तो उनके बच्चे शीला और सुमित अपने शहर ,अपने घर ,दोस्तों को छोड़कर नए शहर ,नए घर नहीं जाना चाहते हैं | सबके इमोशंस उस घर से, उस शहर से ,अपने दोस्तों से जुड़े हुए हैं | उनकी कोमल भावनाओं को इस बात से गहरा आघात लगता है कि उन्हें यह सब छोड़ कर यहां से नए शहर को जाना होगा ऐसी स्थिति में सुबोध और राधिका अपने बच्चों को समझाने की बहुत कोशिश करते हैं किंतु कहानी इसी ताने-बाने में उलझी हुई है कि ऐसी स्थिति में बच्चों की क्या मनोदशा होती है ? इस भाव को समझने के लिए सुनते हैं गिरिराजशरण अग्रवाल के द्वारा लिखी गई कहानी तबादला शिवानी आनंद की आवाज में..
Sheikh chilli ki kahaniyan
Sheikh chilli ki kahaniyan
Dadi Nani Ki Kahaniya
Dadi Nani Ki Kahaniya
June Mahina (जून माहिना )
June Mahina (जून माहिना )
Sweater Bhai Ki Bidai (स्वेटर भाई की बिदाई)
Sweater Bhai Ki Bidai (स्वेटर भाई की बिदाई)
Rangili Holi (रंगीली होली)
Rangili Holi (रंगीली होली)
Prakriti ki seekh (प्रकृति की सीख)
Prakriti ki seekh (प्रकृति की सीख)
Umar badhane wala ped (उम्र बढ़ाने वाला पेड़)
Umar badhane wala ped (उम्र बढ़ाने वाला पेड़)
Murkh logo Ki Suchi (मुर्ख लोगो की सूची)
Murkh logo Ki Suchi (मुर्ख लोगो की सूची)
Sone ki bali (सोने की बाली)
Sone ki bali (सोने की बाली)
Ret se Chini Alag Alag (रेत से चीनी अलग अलग)
Ret se Chini Alag Alag (रेत से चीनी अलग अलग)
Sabki soch ek jaisi (सबकी सोच एक जैसी)
Sabki soch ek jaisi (सबकी सोच एक जैसी)
Murkh ke samne chup rehna hi shresth hai (मूर्ख के सामने चुप रहना ही श्रेष्ठ है।)
Murkh ke samne chup rehna hi shresth hai (मूर्ख के सामने चुप रहना ही श्रेष्ठ है।)
Vidya Ka Sadupyog (विद्या का सदुपयोग)
Vidya Ka Sadupyog (विद्या का सदुपयोग)
Ek Rupya (एक रुपया)
Ek Rupya (एक रुपया)
Apna Apna Nazariya (अपना अपना नजरिया)
Apna Apna Nazariya (अपना अपना नजरिया)
Eklavya (एकलव्य)
Eklavya (एकलव्य)
Dushtta Ka Fal (दुष्टता का फल)
Dushtta Ka Fal (दुष्टता का फल)
Devta Aur Danav (देवता और दानव)
Devta Aur Danav (देवता और दानव)
Chalaak baniya (चालाक बनिया)
Chalaak baniya (चालाक बनिया)
Buddhi Ka Fal (बुद्धि का फल )
Buddhi Ka Fal (बुद्धि का फल )
Bhrigu Ka Tapp ( भृगु का तप)
Bhrigu Ka Tapp ( भृगु का तप)
Bade Dada Ji ( बड़े दादा जी)
Bade Dada Ji ( बड़े दादा जी)
Gyani Purush Aur Ninda (ज्ञानी पुरुष और निंदा )
Gyani Purush Aur Ninda (ज्ञानी पुरुष और निंदा )
Keemti Pathar (कीमती पत्थर)
Keemti Pathar (कीमती पत्थर)
Kaise Hue Kauwe Kale (कैसे कौए हुए काले)
Kaise Hue Kauwe Kale (कैसे कौए हुए काले)
Jharne Ka Paani (झरने का पानी)
Jharne Ka Paani (झरने का पानी)
Krodh Pr Vijay (क्रोध पर विजय )
Krodh Pr Vijay (क्रोध पर विजय )
Murkh Ghoda (मूर्ख घोड़ा)
Murkh Ghoda (मूर्ख घोड़ा)
Lomdi or Saaras (लोमड़ी और सारस)
Lomdi or Saaras (लोमड़ी और सारस)
Logon Ki Parakh (लोगो की परख )
Logon Ki Parakh (लोगो की परख )
Rakshas ka ladla (राक्षस का लाडला)
Rakshas ka ladla (राक्षस का लाडला)
Rajkumari or Char Yatri (राजकुमारी और चार यात्री)
Rajkumari or Char Yatri (राजकुमारी और चार यात्री)
Prem Ki Mahima (प्रेम की महिमा)
Prem Ki Mahima (प्रेम की महिमा)
Phool Ka Podha (फूल का पौधा)
Phool Ka Podha (फूल का पौधा)
Padosi Ka Sujhaav (पड़ोसी का सुझाव)
Padosi Ka Sujhaav (पड़ोसी का सुझाव)
Shatranj Ke Khiladi (शतरंज के खिलाड़ी)
Shatranj Ke Khiladi (शतरंज के खिलाड़ी)
Saza Bani Seekh (सजा बानी सीख)
Saza Bani Seekh (सजा बानी सीख)
Santosh Ka Dhan (संतोष का धन)
Santosh Ka Dhan (संतोष का धन)
Sahi Disha (सही दिशा)
Sahi Disha (सही दिशा)
Sacha Heera (सच्चा हीरा)
Sacha Heera (सच्चा हीरा)
Vishwas Ki Shakti (विश्वास की शक्ति)
Vishwas Ki Shakti (विश्वास की शक्ति)
Yogya Raja Ka Chunaav (योग्य राजा का चुनाव)
Yogya Raja Ka Chunaav (योग्य राजा का चुनाव)
Andhon Ki Sankhya (अंधों की संख्या)
Andhon Ki Sankhya (अंधों की संख्या)
Aadmi Ek Roop Teen (आदमी एक रूप तीन)
Aadmi Ek Roop Teen (आदमी एक रूप तीन)
Mitr Droh Ka Fal (मित्र द्रोह का फल)
Mitr Droh Ka Fal (मित्र द्रोह का फल)
Chaturai se katheen kaam bhi sambhav (चतुराई से कठिन काम भी संभव)
Chaturai se katheen kaam bhi sambhav (चतुराई से कठिन काम भी संभव)
Do Ghade (दो घड़े )
Do Ghade (दो घड़े )
Do Ghade (दो घड़े )
Narrator
जिससे तुम्हारा नुकसान हो रहा हो, उससे अलग ही रहना अच्छा है, चाहे वह उस समय के लिए तुम्हाहरा दोस्तु भी क्यों न हो।पूरी कहानी जानने के लिए सुनते हैं सूर्यकांत त्रिपाठी जी के द्वारा लिखी गई कहानी दो घड़े, निधि मिश्रा की आवाज में
Deewan Ki Mrityu Kyon (दीवान की मृत्यु क्यों)
Deewan Ki Mrityu Kyon (दीवान की मृत्यु क्यों)
Deewan Ki Mrityu Kyon (दीवान की मृत्यु क्यों)
Narrator
बेताल पच्चीसी की कहानियों में से एक कहानी जिसमें अंग देश का राजा यशकेतु बेहद बिलासी प्रवृत्ति का राजा है और उसके राज्य का सारा कार्य उसका दीवान करता है |कहानी के अंत में जब राजा एक खूबसूरत स्त्री को अपने से विवाह हेतु राज्य में लाता है तो दीवान की हृदयाघात से मृत्यु हो जाती है| ऐसा क्यूँ ? इसका कारण जानने के लिए सुनते हैं शिवानी आनंद की आवाज में कहानी दीवान की मृत्यु क्यूँ….
Maa beti ke bachhon me kya rishta( माँ बेटी के बच्चों में क्या रिश्ता)
Maa beti ke bachhon me kya rishta( माँ बेटी के बच्चों में क्या रिश्ता)
Maa beti ke bachhon me kya rishta( माँ बेटी के बच्चों में क्या रिश्ता)
Narrator
बेताल, विक्रमादित्य से पूछता है कि यदि मां और पुत्री में अगर एक ऐसा रिश्ता बन जाए कि पुत्री अपनी मां की ही सास बन जाए और मां ,अपनी पुत्री की बहू.. तो बताओ राजन् कि माँ-बेटी के जो बच्चे हुए, उनका आपस में क्या रिश्ता हुआ ?क्या विक्रमादित्य बेताल के इस प्रश्न का उत्तर दे पाते हैं ,इसे जानने के लिए सुनते हैं बेताल पच्चीसी की कहानियों में से एक कहानी मां -बेटी के बच्चों में क्या रिश्ता हुआ?, शिवानी आनंद की आवाज में..