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Charaiveti Charaiveti ( चरैवेति चरैवेति )
Charaiveti Charaiveti ( चरैवेति चरैवेति )
Doosra Taar Saptak ( दूसरा तार सप्तक )
Doosra Taar Saptak ( दूसरा तार सप्तक )
Thake hue kalakaar ( थके हुए कलाकार )
Thake hue kalakaar ( थके हुए कलाकार )
Gunah ka geet ( गुनाह का गीत )
Gunah ka geet ( गुनाह का गीत )
Gunaah ka doosra geet ( गुनाह का दूसरा गीत )
Gunaah ka doosra geet ( गुनाह का दूसरा गीत )
kavi aur kalpana ( कवि और कल्पना )
kavi aur kalpana ( कवि और कल्पना )
Anpurna Mandal ki Aakhri Chithi (अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी )
Anpurna Mandal ki Aakhri Chithi (अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी )
Anpurna Mandal ki Aakhri Chithi (अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी )
Narrator
Genre
बाँकुड़ा में रहने वाली एक लड़की अन्नपूर्णा शादी के बाद मुंबई जा बसी है |आज 1 साल के बाद हो अपने मां -बापू को खत लिख रही है| बचपन में बरसात के आने पोखर पर जाकर के केंचुओं को मार देती थी जो उसके लिए आनंद का कार्य था किंतु आज वही अन्नपूर्णा को बरसात अच्छी नहीं लगती और केंचुओं से उसे डर लगता है क्यों ? ऐसा क्या हो गया अन्नपूर्णा के साथ जो उसके लिए जो आनंद था आज मैं उसका भय का कारण हो गया? इसे जानने के लिए सुनते हैं सुधा अरोड़ा के द्वारा लिखी गई कहानी अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी, शिवानी आनंद की आवाज में…
Satta Sanvad ( सत्ता-संवाद )
Satta Sanvad ( सत्ता-संवाद )
Satta Sanvad ( सत्ता-संवाद )
Narrator
Genre
सुधा अरोड़ा की कहानियां आम लोगों के जीवन से कहीं ना कहीं जुड़ी हुई होती है |कहानी सत्ता संवाद में स्पष्ट रूप से इस बात की झलक मिलती है |कहानी में घर की सत्ता घर की महिला के पास है कहानी में घर की मुख्य कर्ताधर्ता महिला किस प्रकार का व्यवहार करती है? ऐसे में वह किस प्रकार घर में सभी से संवाद करती है?इसे बेहद रोचक ढंग से कहानी में प्रस्तुत किया गया है|
Rahogi Tum Wohi ( रहोगी तुम वही )
Rahogi Tum Wohi ( रहोगी तुम वही )
Rahogi Tum Wohi ( रहोगी तुम वही )
Narrator
सुधा अरोड़ा के द्वारा लिखी गई कहानी रहोगी तुम वही, में देखा जाए तो ऐसी वास्तविकता से परिचय कराया गया है जिसमें एक पति वास्तव में अपनी पत्नी से क्या चाहता है? एक पति अपनी पत्नी को किस रूप में देखना चाहता है? खुद पति को भी मालूम नहीं होता नहीं होता और और फिर भी वह अपनी और अपनी दुविधा का दोष भी वह सिर्फ पत्नी पर डालता है | जानते हैं कैसे ?इसी बात को बेहद रोचक ढंग से कहानी में प्रस्तुत किया गया है ,शिवानी आनंद की आवाज में..
Door Gai Hariyali (दूर गई हरियाली)
Door Gai Hariyali (दूर गई हरियाली)
Adhikaar Nahi Doge Mujko or Ulahana (अधिकार नहीं दोगे मुझको , उलहना)
Adhikaar Nahi Doge Mujko or Ulahana (अधिकार नहीं दोगे मुझको , उलहना)
Pashuram ki Prateeksha (परशुराम की प्रतीक्षा खण्ड 2)
Pashuram ki Prateeksha (परशुराम की प्रतीक्षा खण्ड 2)
Pashuram ki Prateeksha (परशुराम की प्रतीक्षा खण्ड 3 )
Pashuram ki Prateeksha (परशुराम की प्रतीक्षा खण्ड 3 )
karuna ( करुणा )
karuna ( करुणा )
Kahmukariyan ( कह-मुकरियाँ )
Kahmukariyan ( कह-मुकरियाँ )
Zihale Miskin (जिहाले मिस्कीन)
Zihale Miskin (जिहाले मिस्कीन)
Zihale Miskin (जिहाले मिस्कीन)
Narrator
खुसरो के लेखन शैली की अति उत्कृष्ट ग़ज़ल की पंक्तियां “जिहाले मिस्किन “ जिसमें हिंदी और फारसी दोनों का एक साथ प्रयोग किया गया है |पंक्तियों का आशय इस प्रकार है अगर मुझ गरीब को यूं आंखें इधर-उधर दौड़ाकर और बातें बना कर नजरअंदाज ना करो ,मैं अब और जुदाई बर्दाश्त नहीं कर सकता | पूरा सुनने के लिए सुनते हैं रवि शुक्ला की आवाज में अमीर खुसरो द्वारा लिखी गई इस ग़ज़ल के छंद…