Inspirational
Mukti (मुक्ति)
Mukti (मुक्ति)
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Mukti (मुक्ति)
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बेहद भावुक कर देने वाली मनु भंडारी जी के द्वारा लिखी गई कहानी जिसमें समाज बीमार व्यक्ति की चिंता करता है किंतु उस व्यक्ति का कोई ख्याल नहीं रखता जो उसकी दिन-रात सेवा करता है कहानी में अम्मा जो अपने खाने-पीने और सोने का ध्यान ना रखते हुए अपने अपने कैंसर से पीड़ित बीमार पति की दिन-रात सेवा करती है उनके पति की मृत्यु हो जाती है तब भी क्या किसी का ध्यान अम्मा के ऊपर जाता है जानते हैं आरती श्रीवास्तव की आवाज में कहानी मुक्ति
Kore panne pe syahi ke dhabbe (कोरे पन्ने पे स्याही के धब्बे)
Kore panne pe syahi ke dhabbe (कोरे पन्ने पे स्याही के धब्बे)
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Kore panne pe syahi ke dhabbe (कोरे पन्ने पे स्याही के धब्बे)
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यह कविता कोरे पन्ने पर लिखे शब्दों से इस दुनिया को आकार देते कवि और उसकी कल्पना का महत्व दर्शाती है
Hare Patte(हरे पत्ते)
Hare Patte(हरे पत्ते)
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Hare Patte(हरे पत्ते)
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यह कविता हमें पत्तों के रूप में धरती पर पर्यावरण का क्या महत्व है वह समझाती है
Haar me bhi Jeet hai (हार में भी जीत है )
Haar me bhi Jeet hai (हार में भी जीत है )
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Haar me bhi Jeet hai (हार में भी जीत है )
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कार्तिक और केशव दोनों मित्र हैं कार्तिक जब आईआईटी की परीक्षा में टॉप करता है तो उसके अंदर कहीं ना कहीं अहंकार आ जाता है और इसी कारण वह केशव से कुछ ऐसा कह देता है जिससे केशव का आत्मविश्वास और भी कम हो जाता है और वह फेल हो जाता है लेकिन हमेशा जीतने वाले को क्या कभी हार का सामना नहीं करना पड़ता और हमेशा हारने वाला क्या कभी जिंदगी में सफल नहीं हो सकता इस बात को दर्शाती है कहानी हार में भी जी जीत है
Kya Matlab (क्या मतलब)
Kya Matlab (क्या मतलब)
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Kya Matlab (क्या मतलब)
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Khoob padhte jana (खूब पढ़ते जाना)
Khoob padhte jana (खूब पढ़ते जाना)
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Khoob padhte jana (खूब पढ़ते जाना)
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साक्षर होना जीवन में सबसे बड़ा वरदान होता है अतः कविता के माध्यम से यह संदेश प्रेरित किया गया है पढ़ना लिखना हमारे जीवन के लिए कितना आवश्यक है कविता खूब पढ़ते जाना पल्लवी जी की मधुर आवाज
Aashna (आशना)
Aashna (आशना)
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Aashna (आशना)
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सकारात्मक सोच से जटिल से जटिल समस्याओं का निदान संभव है कुछ ऐसी ही विचारधारा को प्रेरित करती हुई पल्लवी के द्वारा लिखी एक कविता आशना
Dadi (दादी)
Dadi (दादी)
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Dadi (दादी)
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बड़े बुजुर्ग घर की शान होते हैं उनकी बातों में एक तजुर्बा होता है उनके सानिध्य में सब कुछ कितना सरल हो जाता है बच्चों के लिए उनकी दादी तो पूरा स्नेह का खजाना होती है इसी रिश्ते के मधुर संबंधों काअवलोकन कराती हुई कविता है दादी पल्लवी की आवाज में
Savere jo kal meri ankh khuli (सवेरे जो कल मेरी आंख खुली)
Savere jo kal meri ankh khuli (सवेरे जो कल मेरी आंख खुली)
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Savere jo kal meri ankh khuli (सवेरे जो कल मेरी आंख खुली)
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“मेरे घर से बाहर के रास्ते में कई बाजार और गलियां पड़ती थी | जहां मेरी आंखों ने देखा कई दिनों से बना पाकिस्तान अब जिंदाबाद हुआ है |” लेखक सआदत हसन मंटो ने हिंदुस्तान -पाकिस्तान बंटवारे के बाद जब पाकिस्तान गए ,तो वहां की स्थिति से रूबरू हुए | जो उन्हें बेहद जो बेहद अचंभित कर देने वाली थी |सुनते हैं अनुपम ध्यानी की आवाज में यह पूरा वृतांत “सवेरे जो कल मेरी आंख खुली “……
Vichar bnaye zindagi (विचार बनाये ज़िन्दगी )
Vichar bnaye zindagi (विचार बनाये ज़िन्दगी )
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Vichar bnaye zindagi (विचार बनाये ज़िन्दगी )
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अनंत शक्ति का प्रयोग करके बड़ी से बड़ी सफलताओं को प्राप्त कर सकते हैं अर्थात परिणामों को अपनी इच्छा अनुसार पाने की अद्भुत शक्ति आपके भीतर ही है और वह शक्ति है आपके अपने ही विचार | हमारे जीवन में अच्छा बुरा जो भी घटित होता है ,उसका सीधा संबंध हमारे विचारों से होता है, यदि हमारे विचार नकारात्मक होते हैं, तो परिणाम नकारात्मक होता है |और यदि हमारे विचार सकारात्मक होते हैं तो परिणाम सकारात्मक होता है | सत्यनारायण जी के द्वारा लिखी धर्म विवेचना पर ध्यान केंद्रित करते हैं अनुपम ध्यानी की आवाज में “ विचार बनाए जिंदगी “….
Him ki tarah pighal (हिम की तरह पिघल)
Him ki tarah pighal (हिम की तरह पिघल)
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Him ki tarah pighal (हिम की तरह पिघल)
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बाधाएं और समस्याएं हर कदम पर हमारी प्रगति को रोकने की कोशिश करती है , किंतु हमें हार ना मानकर निरंतर प्रयास करते हुए अपना कर्म करना है | यह संदेश देते हुए यह कविता की पंक्तियां……
Tayagi Purush Dikhta Kaisa Hai (त्यागी पुरुष दिखता कैसा है)
Tayagi Purush Dikhta Kaisa Hai (त्यागी पुरुष दिखता कैसा है)
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Tayagi Purush Dikhta Kaisa Hai (त्यागी पुरुष दिखता कैसा है)
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Mere Alawa Sab Behtar (मेरे अलावा सब बेहतर)
Mere Alawa Sab Behtar (मेरे अलावा सब बेहतर)
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Mere Alawa Sab Behtar (मेरे अलावा सब बेहतर)
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Yadi Karan Jeet Jata To (यदि कर्ण जीत जाता तो )
Yadi Karan Jeet Jata To (यदि कर्ण जीत जाता तो )
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Yadi Karan Jeet Jata To (यदि कर्ण जीत जाता तो )
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Ban, na Ban (बन , न बन)
Ban, na Ban (बन , न बन)
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Ban, na Ban (बन , न बन)
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रणभूमि का शव tu बन जा, पर रंगमंच की प्रीत ना बन” वास्तविकता में जीवन इसी भांति जीना चाहिए | कविता के शब्दों मे रूप से स्पष्ट रूप से प्रकट किया गया है |अनुपम ध्यानी की आवाज में कविता” Ban, na Ban “…
Jo (जो)
Jo (जो)
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Jo (जो)
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“जो हरदम अपनी मनमानी को आतुर हो ,शायद उन्होंने यमराज के संदेश नहीं देखे “ ,क्या वास्तव में हर एक बात की कोई सीमा है? नहीं ….इस कविता को सुनने के बाद यथार्थ का ज्ञान हो जाता है |अनुपम ध्यानी की आवाज में कविता “जो ‘”….
Mujhe mashalain raas ati hai (मुझे मशालें रास आती हैं)
Mujhe mashalain raas ati hai (मुझे मशालें रास आती हैं)
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Mujhe mashalain raas ati hai (मुझे मशालें रास आती हैं)
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“मुरझाई दिए की बाती पवन का वेग नहीं सहन कर पाती ,मशाल हवा के संग अनूठा नृत्य निर्वाण है “ , हमें अपने को इतना कठोर बना लेना चाहिए कि बड़े से बड़े अवसाद को भी सरलता से झेल सकें ,ना कि जरा से अवसाद में हम बिखर जाएं | कविता “मुझे मशाल रास आती है” के मूल रूप में इसी संदेश को दिया गया है…
Rakh Banu Dhul Nahi (राख बनु धूल नहीं)
Rakh Banu Dhul Nahi (राख बनु धूल नहीं)
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Rakh Banu Dhul Nahi (राख बनु धूल नहीं)
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“तीखा जीवित कांटा बनू ,शवों पर निर्जीव फूल नहीं “, हमें जीवन इस ढंग से जीना चाहिए कि खुद हम अपने ऊपर गर्व महसूस कर सकें |इसी भावना को सजग करते हुए अनुपम ध्यानी की आवाज में खूबसूरत कविता “राख बनो धूल नहीं”…


