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Meri ma kanha hai (मेरी माँ कहाँ है)
Meri ma kanha hai (मेरी माँ कहाँ है)
Meri ma kanha hai (मेरी माँ कहाँ है)
Narrator
यूनुस खान एक क्रांतिकारी है जो लोग काफिर है उनके लिए उसके दिल में कोई हमदर्दी नहीं है लेकिन यूनुस खान को एक खून से लथपथ एक छोटी बच्ची जब दिखती है जो कि काफिर है उसका कठोर दिल भी पिघल जाता है और क्या रिश्ता है उस बच्ची और यूनुस खान के बीच में पूरी कहानी जानने के लिए सुनते हैं कृष्णा सोबती की लिखी कहानी मेरी मां कहां अमित तिवारी जी की आवाज
Maanbhanjon
Maanbhanjon
Maanbhanjon
Narrator
Awoman with great look, good taste was still not getting the attention from her husband. Each day the distance was impacting huge among their relationship that prompted the lady to leave her house.
Khokababur Protyabarton
Khokababur Protyabarton
Ek mulakat (एक मुलाकात)
Ek mulakat (एक मुलाकात)
Ek mulakat (एक मुलाकात)
Narrator
दूर से हर चमकने वाली चीज हीरा नहीं होता | ऐसा ही कुछ आकाश को अनुभव हुआ है शहर दिल्ली के बारे | आकाश अपने स्कूल के दिनों से दिल्ली की चकाचौंध से बहुत प्रभावित था | जब आकाश की मुलाकात दिल्ली शहर में अपने बचपन की दोस्त निहारिका से हुई तो उसका यह भ्रम टूट गया |कैसे ?पूरी कहानी जानने के लिए सुनते हैं निधि मिश्रा की आवाज में अभिलाष दत्ता के द्वारा लिखी गई कहानी एक मुलाकात
शह और मात ! | Check- Mate
शह और मात ! | Check- Mate
शह और मात ! | Check- Mate
Narrator
Genre
Check Mate, remains a dear poem to me. Written in dark times, this poem reminds me of courage, resilience and hope. I hope it gives you the same. Originally penned in 2010.
संदूक | Treasure Chest
संदूक | Treasure Chest
संदूक | Treasure Chest
Narrator
Genre
कभी कभी हमें खुद नहीं पता होता की हम अपने संदूकों में क्या क्या अद्भुत छुपाए बैठे हैं
मैं अपना दिल किराये पे चढ़ाना चाहता हूँ | I want to rent my heart
मैं अपना दिल किराये पे चढ़ाना चाहता हूँ | I want to rent my heart
मैं अपना दिल किराये पे चढ़ाना चाहता हूँ | I want to rent my heart
Narrator
Genre
मैं अपना दिल किराये पे चढ़ाना चाहता हूँ ! यह कविता इस युग के प्रेमियों के लिए है !
लकीरें | Lines
लकीरें | Lines
गुब्बारे में ब्रह्माण्ड | Universe in a balloon
गुब्बारे में ब्रह्माण्ड | Universe in a balloon
गुब्बारे में ब्रह्माण्ड | Universe in a balloon
Narrator
दोस्तों, हम सब के जीवन में कई सीखें हैं | मैं भी ऐसी ही एक सीख को कविता के रूप में आपके साथ साझा कर | आशा करता हूँ कि आपको यह कविता पसंद आएगी | आनंद लीजिये और मेरे इस चैनल पर आते रहिये ऐसी ही प्रेरणा से भरी कविताओं के लिए | धन्यवाद |
आवाज़ ! | The Voice
आवाज़ ! | The Voice
अकेला भगीरथ | Alone Bhageerath
अकेला भगीरथ | Alone Bhageerath
अकेला भगीरथ | Alone Bhageerath
Narrator
Genre
A poem penned during a dark period in my life. A poem reminding me that even in the dark times, Poetry is the respite. When hope is lost, when one feels alone, when one feels like giving up, poetry can revive you.
छुट्टियां आने वाली हैं | Holiday Season is here
छुट्टियां आने वाली हैं | Holiday Season is here
छुट्टियां आने वाली हैं | Holiday Season is here
Narrator
Genre
Have you every wanted a vacation from being a Human. I have. कभी आपको मनुष्य बनने से छुट्टी की इच्छा हुई है मुझे हुई है !
Ek abhagin (एक अभागिन)
Ek abhagin (एक अभागिन)
Ek abhagin (एक अभागिन)
Narrator
तभी अचानक परेशान और भयभीत 3 लड़कियां मेरे पीछे आ रही थी |अचानक से 20 वर्ष की लड़की ने मेरी बांह पकड़ ली और मेरे कान में कुछ फ़ुसफुसाया और मुझसे कहा मैं उसे बचा लूँ। कहानी के नायक ने उस लड़की से पूछा कि आखिर उसके साथ क्या घटित हुआ है इन परिस्थितियों में कैसे फंस गई? कहानी के नायक को क्या कहानी क्या कहानी सुनाई ? इस पूरी कहानी को जानने के लिए सुनते हैं गाय दी मोपासां की कहानी एक अभागिन,नयनी दीक्षित की आवाज में …
Moonch (मूंछ)
Moonch (मूंछ)
Moonch (मूंछ)
Narrator
अगर मर्द बिना मूछों के रहे तो वह मर्द नहीं लगता |एक मूंछ ही तो मर्दाना चेहरे के लिए अनिवार्य होती है और मेरे पति ने एक नौकरानी की भूमिका निभाने के लिए अपनी मूंछे कटवा ली |अब तो शायद ने उन्हें प्यार भी ना कर सकूं| और मर्दों में मूछों के बिना कोई आकर्षण नहीं | मर्दों की मूछों को लेकर एक स्त्री अपनी दोस्त से यह सब बातें क्यों कह रही है ?इसके पीछे क्या वजह हो सकती है? इसे जानने के लिए सुनते हैं गाय दी मोपासां की कहानी मूंछ,नयनी दीक्षित की आवाज में …
Nakal (नक़ल)
Nakal (नक़ल)
Nakal (नक़ल)
Narrator
Genre
उसकी देखने की अदा बड़ी मोहक थी, किसी को भी आमंत्रित करने वाली |मैंने भी घर के भीतर शीशे के सामने जाकर कई बार उसकी तरह ही इशारा करने का अभ्यास किया और मैं तुमसे क्या कहूं मैं उससे कहीं बेहतर कर पाई| इसके बाद मैं खिड़की के पास उसी अदा से बैठ गयी| शायद ही उसके बाद कोई भी ग्राहक उसकी तरफ गया हो| तुम तो जानती हो मेरी सनक और मेरी जिद्द को |मैं जिस चीज को करने के लिए सोच लेती हूं ,उसे कर के ही रहती हूं |यह सब बातें बॉरोनस अपनी फ्रेंड मॉरसिनस से कह रही है लेकिन बॉरोनस के बिना सोचे समझे की गई किसी की नकल, आज उसे एक बुरे चक्कर में फंसा गई है |क्या आप जानना नहीं चाहेंगे कि बॉरोनस किस चक्कर में फंस गई है? और उसकी फ्रेंड उसे किस बात की सलाह दे रही है पूरी कहानी जानने के लिए सुनते हैं| गाय दी मोपासां की कहानी नकल,नयनी दीक्षित की आवाज में …
Quboolnama ( क़ुबूलनामा)
Quboolnama ( क़ुबूलनामा)
Quboolnama ( क़ुबूलनामा)
Narrator
मेरे बच्चों, मेरे प्रिय बच्चों, कदाचित में कब्र में भी शांति से नहीं सो पाऊंगा |अगर मैंने अपने अपराधों को सबके सामने कुबूल नहीं किया| एक ऐसे गुनाह जिसका मैं पूरी ईमानदारी से, पूरे शिद्दत से पश्चाताप करता रहा और जिस गलती ने मेरी सारी जिंदगी को ज़हर बना दिया|यह सब बातें पॉदान ने मृत्यु से पहले एक खत के जरिए लिख कर रखा था| जिसे आज वसीयत के साथ पढ़ा जा रहा है आखिर पॉदान से अपने जीवन में ऐसी कौन सी गलती की थी ?जिसका पश्चाताप पूरी जिंदगी करता रहा और अंत में अपना एक कुबूल नामा सबके लिए छोड़ कर गया है इस पूरी कहानी को जानने के लिए सुनते हैं गाय दी मोपासां की कहानी कुबूल नामा,नयनी दीक्षित की आवाज में …
S01 E05 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
S01 E05 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
S01 E05 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
Narrator
Genre
30 seconds of positive energy, positive poetry.
S01 E04 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
S01 E04 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
S01 E04 THE 30 SECOND PROJECT with Anupam Dhyani
Narrator
Genre
30 seconds of positive energy, positive poetry.