Classics
Haldar parivar (हलदार परिवार -भाग -1)
Haldar parivar (हलदार परिवार -भाग -1)
Release Date
Duration
Haldar parivar (हलदार परिवार -भाग -1)
Writer
Narrator
बनवारी जो पत्नी से बेहद प्रेम करता है, अपने हालदार परिवार के के बड़े बेटे होने का फर्ज न निभाते हुए केवल उसकी खुशी के लिए ही सब करता है लेकिन परिस्थिति तब बदल जाती है जब उसे पता चलता है कि उसकी पत्नी किरण की नज़र में उसका कोइ मोल नहीं और वह जी जान से अपने देवर के पुत्र हरिदास की देखभाल करते हुए कब उसकी पत्नी से ज्यादा हालदार परिवार की बड़ी बहू बन गई बनवारी को पता ही नहीं चला।
Gungi part-2 (गूँगी- भाग -2)
Gungi part-2 (गूँगी- भाग -2)
Release Date
Duration
Gungi part-2 (गूँगी- भाग -2)
Writer
Narrator
Genre
सुभाषिनी नाम की ऐसी लड़की की कहानी जो बोल नहीं सकती, इसलिए उसकी मित्रता भी मूक प्राणियों से अधिक है जिसे बोलने वाले समाज से हमेशा निरादर ही प्राप्त हुआ।
Gungi part-1 (गूँगी- भाग -1)
Gungi part-1 (गूँगी- भाग -1)
Release Date
Duration
Gungi part-1 (गूँगी- भाग -1)
Writer
Narrator
Genre
सुभाषिनी नाम की ऐसी लड़की की कहानी जो बोल नहीं सकती, इसलिए उसकी मित्रता भी मूक प्राणियों से अधिक है जिसे बोलने वाले समाज से हमेशा निरादर ही प्राप्त हुआ।
Mere Sai (मेरे साईं)
Mere Sai (मेरे साईं)
Release Date
Duration
Mere Sai (मेरे साईं)
Writer
Narrator
साईं की कृपा हम सब पर होती है लेकिन हम उसका शुक्रियादा करना भूल जाते हैं। शुक्र मनाइए हर उस चीज का जो आपको मिली है।
Maa (माँ )
Maa (माँ )
Release Date
Duration
Maa (माँ )
Writer
Narrator
“मां हमारे जीवन का आधार होती है। बचपन से वही हमें सब कुछ सिखाती है। यह कविता बखान कर रही है मां के ऐसे ही अनमोल गुणों को”
Maa tum laut aao na (माँ तुम लौट आओ ना )
Maa tum laut aao na (माँ तुम लौट आओ ना )
Release Date
Duration
Maa tum laut aao na (माँ तुम लौट आओ ना )
Writer
Narrator
“मां का हमारे जीवन में क्या महत्व है ये कविता बख़ूबी बताती है। मां के होने से ही हमारा जीवन सुखी है। कविता के भाव जानने के लिए जरूर सुनें ये कविता।”
Maa hoti toh godi me (माँ होती तो गोदी में )
Maa hoti toh godi me (माँ होती तो गोदी में )
Release Date
Duration
Maa hoti toh godi me (माँ होती तो गोदी में )
Writer
Narrator
मां हमारे जीवन में क्या महत्व रखती है ये कविता ये बखूबी बताती है। मां जैसा अगर कोई है तो वो मां ही है।
Ammaen (अम्माएँ )
Ammaen (अम्माएँ )
Release Date
Duration
Ammaen (अम्माएँ )
Writer
Narrator
Genre
गर्मी की चिलचिलाती धूप और दूर-दूर तक सपाट सूखी धरती ।पानी का नामोनिशान नहीं।यहाँ वीरान खंडहरों में कुछ नंग-धडंग बच्चे और अम्माएँ। निपट अकेली, बिना किसी सहारे के कैसे रह रही हैं ?ना तन ढकने के लिए कपड़े और ना घर का कोई आदमी !
Sarahapaad ka nirgaman (सरहपाद का निर्गमन)
Sarahapaad ka nirgaman (सरहपाद का निर्गमन)
Release Date
Duration
Sarahapaad ka nirgaman (सरहपाद का निर्गमन)
Writer
Narrator
Genre
मनुष्य का मन बड़ा चंचल होता है। उसको वश में करने के लिए ना जाने कितने वर्षों जप- तप किए जाते हैं। सरहपाद ने भी मन को वश में कर लिया था । किंतु एक चौदह वर्षीय बालिका के आगे मन हार बैठे। तो क्या उनकी सारी सिद्धियाँ, सारी तपस्या व्यर्थ हो गई ?
Choohedani (चूहेदानी) Part-2
Choohedani (चूहेदानी) Part-2
Release Date
Duration
Choohedani (चूहेदानी) Part-2
Writer
Narrator
एक आम लड़की की तरह सुमिता ने भी शादी के सुनहरे सपने देखे थे। सोम के रुप में जीवनसाथी को पाकर सुमिता जैसे खुशी से पागल सी हो गई थी। लेकिन उसका यह भ्रम बहुत जल्दी टूट गया। शादी के तीन दिन बाद ही उसे सोम की बीमारी का पता चला । उसे लगा कि जैसे वह ठगी गई है। तब, उसने एक अहम फैसला लिया।
Choohedaani (चूहेदानी) – Part-1
Choohedaani (चूहेदानी) – Part-1
Release Date
Duration
Choohedaani (चूहेदानी) – Part-1
Writer
Narrator
एक आम लड़की की तरह सुमिता ने भी शादी के सुनहरे सपने देखे थे। सोम के रुप में जीवनसाथी को पाकर सुमिता जैसे खुशी से पागल सी हो गई थी। लेकिन उसका यह भ्रम बहुत जल्दी टूट गया। शादी के तीन दिन बाद ही उसे सोम की बीमारी का पता चला । उसे लगा कि जैसे वह ठगी गई है। तब, उसने एक अहम फैसला लिया।
Napani (नपनी) Part-2
Napani (नपनी) Part-2
Release Date
Duration
Napani (नपनी) Part-2
Writer
Narrator
लड़की देखने जाने के लिए उतावला परिवार होटल पहुँचता है। और वहाँ पर लड़की के पिता को स्वागत के लिए ना पाकर नाराज होता है । जब लड़की अपनी माँ के साथ आती है तो अफसर पुत्र के पिता उसकी लंबाई नापते हैं। और वास्तविक रंग देखने के लिए लड़की को मुँह धोने के लिए कहते हैं ।उसके बाद तो वहाँ का सारा माहौल बदल जाता है।
Napani (नपनी) – Part-1
Napani (नपनी) – Part-1
Release Date
Duration
Napani (नपनी) – Part-1
Writer
Narrator
लड़की देखने जाने के लिए उतावला परिवार होटल पहुँचता है। और वहाँ पर लड़की के पिता को स्वागत के लिए ना पाकर नाराज होता है । जब लड़की अपनी माँ के साथ आती है तो अफसर पुत्र के पिता उसकी लंबाई नापते हैं। और वास्तविक रंग देखने के लिए लड़की को मुँह धोने के लिए कहते हैं ।उसके बाद तो वहाँ का सारा माहौल बदल जाता है।
Badlon ke ghere(बादलों के घेरे)- part-3
Badlon ke ghere(बादलों के घेरे)- part-3
Release Date
Duration
Badlon ke ghere(बादलों के घेरे)- part-3
Writer
Narrator
Genre
प्यार एक एहसास है। प्यार एक जुनून है। वह किसी दायरे में नहीं बाँधा जा सकता । वह कभी भी ,कहीं भी हो जाता है। फिर चाहे उसको मंजिल मिले या ना मिले। प्यार अधूरा रह जाए तो वह उम्र भर याद रहता है । सभी प्यार करने वालों को मंजिल मिले यह जरूरी तो नहीं । सच्चा प्यार तन से नहीं मन से होता है और मन ! वह तो चंचल होता है।
Badlon ke ghere (बादलों के घेरे) – Part-2
Badlon ke ghere (बादलों के घेरे) – Part-2
Release Date
Duration
Badlon ke ghere (बादलों के घेरे) – Part-2
Writer
Narrator
Genre
प्यार एक एहसास है। प्यार एक जुनून है। वह किसी दायरे में नहीं बाँधा जा सकता । वह कभी भी ,कहीं भी हो जाता है। फिर चाहे उसको मंजिल मिले या ना मिले। प्यार अधूरा रह जाए तो वह उम्र भर याद रहता है । सभी प्यार करने वालों को मंजिल मिले यह जरूरी तो नहीं । सच्चा प्यार तन से नहीं मन से होता है और मन ! वह तो चंचल होता है।
Badlon Ke Ghere ( बादलों के घेरे) – Part-1
Badlon Ke Ghere ( बादलों के घेरे) – Part-1
Release Date
Duration
Badlon Ke Ghere ( बादलों के घेरे) – Part-1
Writer
Narrator
Genre
प्यार एक एहसास है। प्यार एक जुनून है। वह किसी दायरे में नहीं बाँधा जा सकता । वह कभी भी ,कहीं भी हो जाता है। फिर चाहे उसको मंजिल मिले या ना मिले। प्यार अधूरा रह जाए तो वह उम्र भर याद रहता है । सभी प्यार करने वालों को मंजिल मिले यह जरूरी तो नहीं । सच्चा प्यार तन से नहीं मन से होता है और मन ! वह तो चंचल होता है।
Fanda kyu (फंदा क्यों)- Part-2
Fanda kyu (फंदा क्यों)- Part-2
Release Date
Duration
Fanda kyu (फंदा क्यों)- Part-2
Writer
Narrator
Genre
यह कहानी कृषक वर्ग की चुनौतियों को हमारे सामने रखती है जिसके चलते उन्हें कई बार अपनी जान तक देनी पड़ती है।
Fanda kyu (फंदा क्यों )- Part- 1
Fanda kyu (फंदा क्यों )- Part- 1
Release Date
Duration
Fanda kyu (फंदा क्यों )- Part- 1
Writer
Narrator
Genre
यह कहानी कृषक वर्ग की चुनौतियों को हमारे सामने रखती है जिसके चलते उन्हें कई बार अपनी जान तक देनी पड़ती है।


