Classics
Patachep (पटाछेप)
Patachep (पटाछेप)
Patachep (पटाछेप)
Narrator
Genre
मीरा ने आनंद का एक अलग ही पहलू देखा । जिसमें उसे दंभी ,तानाशाह, हिप्पोक्रेट व्यक्ति नजर आया । जिसने उसकी कला की प्रशंसा ना करके उसे उससे अलग होने का हुक्म दे डाला । क्या हमारे समाज में शादी के बाद सिर्फ लड़की को ही नए परिवेश में ढलना होता है ?होता होगा। पर अब नहीं। अब जमाना बदल चुका है । यह नए दौर का जमाना है , जिसमें लड़कियाँ लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। तो फिर मीरा कैसे चुप रह सकती है ?
Binda (बिन्दा)
Binda (बिन्दा)
Binda (बिन्दा)
Narrator
बिंदा लेखिका की की बचपन की सहेली है| जो लेखिका के पड़ोस में ही रहती है| बिंदा की सौतेली मां उसे खूब सताती है और घर का सारा काम करवाती है |बिंदा का मातृप्रेम से वंचित रहना और अपनी सौतेली मां के क्रूर व्यवहार को सहन करने के कारण क्या बिंदा का बचपन खिलने से पहले ही मुरझा जाएगा ? महादेवी वर्मा जी की बेहद हृदयस्पर्शी कहानी बिंदा मे जानिए ,जिसे विनीता श्रीवास्तव ने अपनी आवाज दी है…
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-3
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-3
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-3
Narrator
Genre
फणिभूषण और मणिमल्लिका के प्रेम, मिलन और विछोह की रहस्यमई कहानी।
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-2
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-2
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part-2
Narrator
Genre
फणिभूषण और मणिमल्लिका के प्रेम, मिलन और विछोह की रहस्यमई कहानी।
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part – 1
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part – 1
Khoya Hua Moti (खोया हुआ मोती)- Part – 1
Narrator
Genre
फणिभूषण और मणिमल्लिका के प्रेम, मिलन और विछोह की रहस्यमई कहानी।
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-2
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-2
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-2
Narrator
Genre
कादम्बिनी में प्राण तब वापस आए जब उसे जलाने के लिए शमशान में रखकर, लोग लकड़ी लेने चले गए। अपने आस पास किसी को ना पाकर कादंबनी को लगा कि वह मर चुकी है और जीवन तथा मृत्यु के बीच लटक रही है, उसकी इसी जीवन और मृत्यु के बीच की यात्रा की कहानी।
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-1
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-1
Jeevit aur mrit (जीवित और मृत ) – Part-1
Narrator
Genre
कादम्बिनी में प्राण तब वापस आए जब उसे जलाने के लिए शमशान में रखकर, लोग लकड़ी लेने चले गए। अपने आस पास किसी को ना पाकर कादंबनी को लगा कि वह मर चुकी है और जीवन तथा मृत्यु के बीच लटक रही है, उसकी इसी जीवन और मृत्यु के बीच की यात्रा की कहानी।
Atithi (अतिथि )
Atithi (अतिथि )
Atithi (अतिथि )
Narrator
कहानी में एक युवती अपनी दोनों बेटियों के साथ अकेली है |ठंड की एक रात अचानक उसके यहां 60…65 साल का आदमी चादर लपेटे एक वृद्ध व्यक्ति आ जाता है ,जो अपने को उनका रिश्तेदार बतलाता है| अब युवती बेहद असमंजस की स्थिति में है, अतिथि को अपने घर आने दे अथवा नहीं| अब आगे क्या होता है जानने के लिए सुनते हैं सिनीवाली द्वारा लिखी गई कहानी अतिथि, निधि मिश्रा की आवाज में….
Postmaster (पोस्टमास्टर)
Postmaster (पोस्टमास्टर)
Postmaster (पोस्टमास्टर)
Narrator
Genre
पोस्टमास्टर साहब के तबादले के लिए संघर्ष और उनके चले जाने की बात सुनकर अधीर हो उठी उनकी सेविका रतन की कहानी।
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-3
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-3
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-3
Narrator
अतृप्त आत्माओं से भरे एक महल की कथा जिसका एक एक पत्थर जिंदा व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-2
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-2
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-2
Narrator
अतृप्त आत्माओं से भरे एक महल की कथा जिसका एक एक पत्थर जिंदा व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-1
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-1
Pyasa pathar (प्यासा पत्थर) – Part-1
Narrator
अतृप्त आत्माओं से भरे एक महल की कथा जिसका एक एक पत्थर जिंदा व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Durasha ( दुराशा) – Part-2
Durasha ( दुराशा) – Part-2
Durasha ( दुराशा) – Part-2
Narrator
एक ऐसी मुसलमान राजकुमारी की कहानी जिसने अपनी सेना के हिंदु सेनापति के लिए अपना धर्म और राज्य सब छोड़ दिया लेकिन अपने प्रेम को ना प्राप्त कर सकी।
Durasha ( दुराशा) – Part-1
Durasha ( दुराशा) – Part-1
Durasha ( दुराशा) – Part-1
Narrator
एक ऐसी मुसलमान राजकुमारी की कहानी जिसने अपनी सेना के हिंदु सेनापति के लिए अपना धर्म और राज्य सब छोड़ दिया लेकिन अपने प्रेम को ना प्राप्त कर सकी।
Ghaat ki baat ( घाट की बात) – Part-2
Ghaat ki baat ( घाट की बात) – Part-2
Ghaat ki baat ( घाट की बात) – Part-2
Narrator
Genre
कुसुम जिसे घाट पर बैठकर घंटो पानी की लहरें देखना अच्छा लगता था, अपने वैधव्य के बाद प्रेम में पड़कर उसे न पा सकने के दुख को बर्दाश्त न करते हुए उसी घाट पर उन्ही लहरों में समा गई।
Ghaat ki baat ( घाट की बात)- part-1
Ghaat ki baat ( घाट की बात)- part-1
Ghaat ki baat ( घाट की बात)- part-1
Narrator
Genre
कुसुम जिसे घाट पर बैठकर घंटो पानी की लहरें देखना अच्छा लगता था, अपने वैधव्य के बाद प्रेम में पड़कर उसे न पा सकने के दुख को बर्दाश्त न करते हुए उसी घाट पर उन्ही लहरों में समा गई।
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-2
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-2
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-2
Narrator
Genre
हरसुंदरी ने मां न बन पाने के कारण अपने पति निवारण का विवाह शेलबाला नाम की किशोरी से तो कर दिया पर उसे क्या पता था कि इसके बाद उसका जीवन इतनी मुश्किलों से भर जाएगा।
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-1
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-1
Madhyavaltni (मध्यवलतनी) – Part-1
Narrator
Genre
हरसुंदरी ने मां न बन पाने के कारण अपने पति निवारण का विवाह शेलबाला नाम की किशोरी से तो कर दिया पर उसे क्या पता था कि इसके बाद उसका जीवन इतनी मुश्किलों से भर जाएगा।