एक बार कृष्णदेव राय के राज्य में चूहों का आतंक हो गया |इससे निपटने के लिए कृष्ण देव राय ने सभी को एक बिल्ली दी और उस बिल्ली को दूध पिलाने के लिए एक गाय भी दी | अब तेनालीरामा ने इस पूरे प्रकरण में क्या किया और अंत में राजा को किस बात का एहसास हुआ? पूरी कहानी जानने के लिए सुनते हैं तेनाली रामा की कहानियों में से एक कहानी दूध ना पीने वाली बिल्ली, शिवानी आनंद की आवाज में…
सुधा अरोड़ा की कहानी करवाचौथी औरत स्त्रियों की स्थिति पर एक तीखा व्यंग्य है।
यह कहानी बड़े ही चुटीले अंदाज़ में समाज की उस मानसिकता को उजागर करती है, जहाँ स्त्री का व्रत, उसका त्याग और उसका प्रेम परिवार के लिए उतनी अहमियत नहीं रखता, जितना एक पालतू कुत्तिया के नखरे और लाड़–प्यार रखते हैं।
लेखिका इस तुलना के माध्यम से यह बताती हैं कि किस तरह एक औरत, जो करवाचौथ जैसे व्रत पर अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए दिनभर भूखी-प्यासी रहती है, उसकी भावनाएँ और उसके बलिदान की उपेक्षा कर दी जाती है। घर के लोग उसे वह सम्मान और संवेदना नहीं देते, जिसकी वह हक़दार है। बल्कि, उसके स्थान पर एक कुत्तिया के छोटे–मोटे नखरे और इच्छाएँ ज़्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
इस कहानी का व्यंग्य केवल चुभता ही नहीं, बल्कि पाठकों को गहराई से सोचने पर मजबूर करता है—
👉 आखिर समाज में औरत की जगह कहाँ है?
👉 उसका व्रत, उसकी निष्ठा और उसका त्याग क्यों अक्सर हल्के में लिया जाता है?
👉 क्या एक औरत का अस्तित्व केवल परंपराओं और व्रतों तक सीमित है?
सुधा अरोड़ा की लेखनी में व्यंग्य का यह तीखा पुट, हमें समाज के आईने में झाँकने पर मजबूर करता है और यह सोचने पर विवश करता है कि— क्या आज भी स्त्री की असल अहमियत पहचानी जा रही है?
एकाएक उनका मन हुआ कि वह भी सामने वाले पार्क में जाकर धूप का मज़ा ले लें। लेकिन उन्होंने अपने इस विचार को तुरंत झटक दिया। अपने मातहतों के बीच जाकर बैठेंगे। नीचे घास पर! इतना बड़ा अफ़सर और अपने मातहतों के बीच घास पर बैठे!ऑफिस का एक कर्मचारी किस प्रकार कई वर्षों के बाद धूप की सुखानुभूति करता है जानते हैं कहानी धूप में
कहानी एक जुलाहे की है |जिसे देवता के द्वारा इच्छापूर्ति वरदान मिलने का आशीर्वाद मिलता है किंतु जुलाहा देव से ऐसा वरदान मांग लेता है, जो उसके लिए अभिशाप साबित होता है| आखिर जुलाहे ने ऐसा क्या मांग लिया ?इसे जानने के लिए सुनते हैं पंचतंत्र की कहानियों में से एक कहानी दो सिर वाला जुलाहा ,जिसे आवाज दी है शिवानी आनंद ने ….
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Pragati Sharma