Gaatha
  • Genre:
  • Duration:
    Any Duration
  • Category:
  • Writer:
  • Average Rating:
    0
    10
    • 0
    • 5
    • 10
  • Audios
  • Browse
    • Writer
    • Narrator
    • New Arrivals
    • Trending
    • Top Rated
    • Gaatha Choice
    • Kahani
    • Adhyatam​
    • Kavi Sammelan​
    • Bachpan
    • Kavita
    • Prasar Bharti
    • Gaatha Original
  • Categories
    • Classics
    • Comedy
    • Fiction
    • Love and Romance
    • Social
    • Teen and Young Adult
    • Festive Specific
    • Kids
    • Mysteries and Thrillers
    • Inspirational
  • Become A Narrator
  • My Wishlist
  • Archived
    • Gaatha Mahotsav 2023
    • Gaatha Mahotsav 2022
    • Gaatha Mahotsav 2020
    • Gaatha Mahotsav 2021
    • Likhokahani 2020
    • Likhokahani-Junior 2020
  • Writer
  • All Audios 2
  • Narrator
  • Trending
  • Top Rated
  • New Arrivals
  • Gaatha’s Choice
Log In
 
Menu
  • Audios
  • Browse
    • Narrators
    • Writers
    • Trending
    • Top Rated
    • Bachpan
    • Adhyatm
    • Kahani
    • New Arrivals
    • Kavi Sammelan
    • Gaatha’s Choice
    • Kavita
    • Best of Prasar Bharti
    • Gaatha Original
    ▼
  • Categories
    • Classics
    • Comedy
    • Love & Romance
    • Kids
    • Social
    • Mysteries & Thrillers
    • Fiction
    • Teen & Young Adult
    • Inspirational
    • Festive Specific
    • Personality development
    ▼
  • Become A Narrator
  • Register
  • Archived
    • Gaatha Mahotsav 2023
    • Gaatha Mahotsav 2022
    • Gaatha Mahotsav 2020
    • Gaatha Mhaotsav 2021
    • likhokahani 2020
    • Likhokahani-junior 2020
    ▼
Log In
 
  • Genre:
  • Duration:
    Any Duration
  • Category:
  • Writer:
  • Average Rating:
    0
    10
    • 0
    • 5
    • 10
चारों स्थलों का महत्व
https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060802/Episode-2-charo-kumbh-stahalo-ka-mahatva.mp3
  • Write A Review
Audio Player
00:0000:00
00:00
Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume.

Recent Reviews

No reviews of चारों स्थलों का महत्व

चारों स्थलों का महत्व

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

Release Date

14 January, 2025

Duration

07min 26sec

चारों कुंभ स्थलों का महत्व: भारतीय संस्कृति का आध्यात्मिक चमत्कार

भारत में चार स्थान ऐसे हैं, जो कुंभ मेले के आयोजन का पवित्र केंद्र बनते हैं – प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक। इन स्थलों का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि ये भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक भी हैं।

प्रयागराज: गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम। यहां कुंभ में स्नान से जीवन की शुद्धि और पापों का नाश होता है।
हरिद्वार: गंगा नदी का प्रवेश द्वार। यहां स्नान से मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है।
उज्जैन: क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित, यह स्थल भगवान महाकालेश्वर से जुड़ा है। यहां कुंभ अध्यात्म और शिव आराधना का केंद्र है।
नासिक: गोदावरी नदी के तट पर बसा यह स्थान रामायण और अमृत मंथन की कहानियों से जुड़ा है।

चारों स्थलों पर कुंभ मेला एक ऐसा अनुभव है, जो आस्था, परंपरा और आध्यात्मिकता को जीवंत करता है।

गाथा के साथ जानिए इन पवित्र स्थलों की कहानियां और इनके महत्व की गहराई।

Please
Log in
 
to rate & review
  • Write A Review
Audio Player
https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060802/Episode-2-charo-kumbh-stahalo-ka-mahatva.mp3
00:00
00:00
00:00
Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume.

Recent Reviews

No reviews of चारों स्थलों का महत्व

Related :

अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060359/Episode-5-akhado-ka-parichay.mp3

अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

×
×
अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

Release Date

14 January, 2025

Duration

10min 03sec

अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

अखाड़े: कुंभ मेले की आत्मा

कुंभ मेले की पहचान सिर्फ स्नान और आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके केंद्र में हैं अखाड़े, जो सनातन धर्म की परंपरा, साधना और शौर्य का प्रतीक हैं।

अखाड़ों का महत्व:
अखाड़े विभिन्न संत परंपराओं और साधुओं के संगठन हैं। ये न केवल धर्म की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज को ज्ञान, योग, और भक्ति का मार्ग दिखाते हैं।

⚔ आध्यात्म और शौर्य का संगम:
अखाड़ों में साधु अपने शारीरिक और मानसिक बल का प्रदर्शन करते हैं। वे कुंभ मेले में अपने धर्मध्वज के साथ प्रवेश करते हैं, जिसे शाही स्नान के रूप में जाना जाता है।

🕉 प्रमुख अखाड़े:
जैसे जूना अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा आदि। हर अखाड़े की अपनी परंपरा और इतिहास है।

गाथा के साथ जानिए अखाड़ों की कहानियां, उनकी परंपराएं और कुंभ मेले में उनके योगदान की अद्भुत गाथा।

ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय गणनाएं

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060631/Episode-3-Grah-Nakshatra-aur-Jyiyish-Gadnaaye.mp3

ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय गणनाएं

ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय गणनाएं

×
×
ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय गणनाएं

Release Date

14 January, 2025

Duration

06min 06sec

ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय गणनाएं

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

कुंभ मेला केवल आस्था और परंपरा का पर्व नहीं, यह खगोलीय घटनाओं और ज्योतिषीय गणनाओं से भी गहराई से जुड़ा है। कुंभ का आयोजन तब होता है जब ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग बनता है, जो इसे अत्यधिक पवित्र बनाता है।

ग्रह-नक्षत्रों का प्रभाव:
जब गुरु (बृहस्पति) सिंह, कुंभ, या अन्य विशेष राशियों में प्रवेश करते हैं और सूर्य और चंद्रमा की स्थिति अनुकूल होती है, तब कुंभ मेले का समय तय होता है। यह संयोग सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और इसे आत्मा की शुद्धि के लिए उपयुक्त बनाता है।

ज्योतिष के अनुसार:
कुंभ में स्नान और ध्यान करने से व्यक्ति के जीवन में शुभता, शांति और आध्यात्मिक उन्नति आती है। यह खगोलीय शक्तियों के माध्यम से आत्मा और ब्रह्मांड के बीच के संबंध को सुदृढ़ करता है।

गाथा के साथ जानिए कुंभ और ज्योतिष के इस अद्भुत संगम की कहानियां।

कुम्भ मेले का इतिहास

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060201/Episode-1-Kumbh-Mele-ka-itihaas.mp3

कुम्भ मेले का इतिहास

कुम्भ मेले का इतिहास

×
×
कुम्भ मेले का इतिहास

Release Date

14 January, 2025

Duration

06min 08sec

कुम्भ मेले का इतिहास

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

कुंभ मेला, विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन, भारत की संस्कृति और आस्था की अद्भुत मिसाल है। इसकी शुरुआत पौराणिक कथा से होती है, जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत कुंभ को लेकर देवता और असुरों के बीच संघर्ष हुआ। उस संघर्ष के दौरान अमृत की बूंदें प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में गिरीं। इन चार स्थानों पर ही आज कुंभ मेले का आयोजन होता है।

हर 12 साल में लाखों श्रद्धालु इन पवित्र स्थलों पर स्नान कर अपने पापों से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करने आते हैं। यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह भारत की विविधता और एकता का प्रतीक भी है।

आइए, इस अद्भुत परंपरा को समझें और गर्व करें अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर।

कुंभ में नागा साधुओं की भूमिका

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/17064807/Episode-6-Kumbh-Mein-naga-saadhuon-ki-bhumika.mp3

कुंभ में नागा साधुओं की भूमिका

कुंभ में नागा साधुओं की भूमिका

×
×
कुंभ में नागा साधुओं की भूमिका

Release Date

17 January, 2025

Duration

17min 03sec

कुंभ में नागा साधुओं की भूमिका

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

कुंभ में नागा साधुओं की अनोखी भूमिका

कुंभ मेला केवल आस्था और अध्यात्म का पर्व नहीं, यह नागा साधुओं के साहस, तपस्या और अनूठे जीवन का अद्भुत दर्शन भी है।

नागा साधु:

आत्मसंयम और त्याग के प्रतीक
कठिन तपस्या और ब्रह्मचर्य का मार्ग
आंतरिक शांति और आध्यात्मिक शक्ति का स्रो

कुंभ के प्रकार

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/17065011/Episode-7-Kumbh-ke-prakaar.mp3

कुंभ के प्रकार

कुंभ के प्रकार

×
×
कुंभ के प्रकार

Release Date

17 January, 2025

Duration

9min 42sec

कुंभ के प्रकार

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

इस गाथा में हम कुंभ मेले के प्रकारों की रोचक और विस्तृत कहानी साझा करेंगे। दरअसल, कुंभ मेला चार प्रकार का होता है- कुंभ, अर्ध कुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ। पूर्ण कुंभ: 12 वर्षों में एक बार
अर्ध कुंभ: हर 6 साल में
महाकुंभ: 144 वर्षों में एक बार
कुंभ स्नान: विशेष ग्रह-नक्षत्र योग में

हर कुंभ का अपना महत्व, अपनी महिमा है

More from Anjana Kapur

See all
साधना का महत्व

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/29054133/Episode-7.mp3

साधना का महत्व

साधना का महत्व

×
×
साधना का महत्व

Release Date

29 January, 2025

Duration

7min 56sec

साधना का महत्व

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava
BM Balakrishna- कभी एक एक करके गिना करते थे दस रुपए, आज tycoon है RO Industry के

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/gaatha/wp-content/uploads/2021/08/28174904/BM-BALKRISHAN-RE-CHECKED.mp3

BM Balakrishna- कभी एक एक करके गिना करते थे दस रुपए, आज tycoon है RO Industry के

BM Balakrishna- कभी एक एक करके गिना करते थे दस रुपए, आज tycoon है RO Industry के

10
×
×
BM Balakrishna- कभी एक एक करके गिना करते थे दस रुपए, आज tycoon है RO Industry के

Release Date

28 August, 2021

Duration

10min 30sec

BM Balakrishna- कभी एक एक करके गिना करते थे दस रुपए, आज tycoon है RO Industry के

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Majeed

Genre

  • Inspirational Stories

कहते हैं “ अपनी धरती और जड़ों से जुड़कर ही मनुष्य अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है क्योंकि वे जड़े ही उसकी ज़िन्दगी को मज़बूती देती हैं जिनके सहारे वह आगे सदा आगे बढ़ता है और ज़िन्दगी को गहराई से समझता है “ सब उसे प्यार और दुलार से बाला पुकारते थे और बहुत कम उम्र में ही बाला ने इस बात को समझ कर जीवन में धारण कर लिया था इनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है , आइये जानते हैं इनके बारे में

Paramveer Chakra Shaitan Singh – Jay Gaan

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/02/04060452/Shaitan-Singh-Final.mp3

Paramveer Chakra Shaitan Singh – Jay Gaan

Paramveer Chakra Shaitan Singh – Jay Gaan

×
×
Paramveer Chakra Shaitan Singh – Jay Gaan

Release Date

13 March, 2024

Duration

10min 20sec

Paramveer Chakra Shaitan Singh – Jay Gaan

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Sandeep Dwivedi

कुमाऊं रेजीमेंट की 13वीं बटालियन, जिसमें 123 वीर जवान थे, भारत-चीन 1962 युद्ध में अद्भुत पराक्रम दिखाते हुए एक महान योद्धा, मेजर शैतान सिंह भाटी के नेतृत्व में, उच्च शिखरों पर भयंकर मुश्किलों का सामना किया। उनकी अद्वितीय साहस, प्रेरणादायक नेतृत्व और अनन्त बलिदान ने चीनी सैनिकों को अंधेरे में डाल दिया। मेजर शैतान सिंह को आखिरी सांस तक हारने का सोचना तक नहीं था, और उन्होंने दुश्मनों को उल्टे पैर भागते देखा। उन्हें इस अद्वितीय पराक्रम के लिए परमवीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया।

कुंभ के प्रकार

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/17065011/Episode-7-Kumbh-ke-prakaar.mp3

कुंभ के प्रकार

कुंभ के प्रकार

×
×
कुंभ के प्रकार

Release Date

17 January, 2025

Duration

9min 42sec

कुंभ के प्रकार

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

इस गाथा में हम कुंभ मेले के प्रकारों की रोचक और विस्तृत कहानी साझा करेंगे। दरअसल, कुंभ मेला चार प्रकार का होता है- कुंभ, अर्ध कुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ। पूर्ण कुंभ: 12 वर्षों में एक बार
अर्ध कुंभ: हर 6 साल में
महाकुंभ: 144 वर्षों में एक बार
कुंभ स्नान: विशेष ग्रह-नक्षत्र योग में

हर कुंभ का अपना महत्व, अपनी महिमा है

कहानी भारत के सबसे युवा अरबपति, स्कूल ड्राप आउट, निखिल कामत की

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/gaatha/wp-content/uploads/2021/08/28201412/Nikhil-Kamat-Final-2.mp3

कहानी भारत के सबसे युवा अरबपति, स्कूल ड्राप आउट, निखिल कामत की

कहानी भारत के सबसे युवा अरबपति, स्कूल ड्राप आउट, निखिल कामत की

×
×
कहानी भारत के सबसे युवा अरबपति, स्कूल ड्राप आउट, निखिल कामत की

Release Date

28 August, 2021

Duration

11min 30sec

कहानी भारत के सबसे युवा अरबपति, स्कूल ड्राप आउट, निखिल कामत की

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Amit Tiwari

Genre

  • Inspirational Stories

शून्य से शिखर तक का सफ़र एक आम आदमी को खास बना देता है । निखिल कामत उन खास आदमियों में से एक है। एक समय ऐसा भी था जब निखिल कामत स्कूल ड्रॉपआउट थे किंतु किस प्रकार अपनी ज़िन्दगी को एक नया मोड़ देते हुए आज निखिल भारत के युवा अरबपतियों में गिने जाते हैं? वह एक मशहूर stock broker entrepreneur हैं और जिनके आर्टिकल्स द फाइनेंस टाइम में छपते हैं जिन्हें हज़ारों लाखों- लाखों लोग पढ़ते हैं। जानिए उनके कामयाब सफ़र के बारे में, अमित तिवारी के द्वारा..

More from Pooja Srivastava

See all
Gainda part 3 (गैंडा- भाग- 3)

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://s3-ap-south-1.amazonaws.com/gaathamedialibrary/gaatha/wp-content/uploads/2020/05/01111324/gainda-part-3-raw-music-complete.mp3

Gainda part 3 (गैंडा- भाग- 3)

Gainda part 3 (गैंडा- भाग- 3)

×
×
Gainda part 3 (गैंडा- भाग- 3)

Release Date

4 May, 2020

Duration

28min 02sec

Gainda part 3 (गैंडा- भाग- 3)

Writer

  • Shivani

Narrator

  • Pooja Srivastava

Genre

  • Classics
  • Gainda
  • Love aur romance
  • Samajik

गैंडा- मोटी चमड़ी का , थोड़ा कुरूप सा दिखने वाला प्राणी। राज मेहरा, सुपर्णा की बचपन की सहेली थी और स्कूल कॉलेज की हर प्रतियोगिता में पूरे समय बराबर रहकर अन्त में बाज़ी मार ले जाती थी । जब काफ़ी समय बाद दोनो सहेलियाँ मिली तो अपने सुदर्शन फौजी पति के सामने राज के मोटे काले पति को देखकर सुपर्णा को ना जाने क्यों बहुत सन्तोष हुआ था। पर जब रूपसी वाचाल राज , सुपर्णा के घर रहने आयी और सहेली के पति को ही पुरस्कार की तरह जीत लिया, तब सुपर्णा ये विश्वासघात सहन ना कर पायीं. फिर सुपर्णा ने उस आघात को कैसे झेला? क्या एक पत्नी , सहेली के सामने एक बार फिर हार गयी या उसने एक ऐसा कदम उठाया जिसके बारे में राज ने कल्पना भी ना करी थी . जानिए शिवानी की इस कहानी “गैंडा “ में … ((सुनिए शिवानी जी की लेखनी का जादू इस कहानी गैंडा में , जहाँ एक सहेली और पत्नी के मनोभवों को बड़ी सुंदरता और सजीवता से प्रस्तुत किया गया है )

The voice for all Seasons – Remembering Rafi

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/02/18090240/Remembring-Rafi.mp3

The voice for all Seasons – Remembering Rafi

The voice for all Seasons – Remembering Rafi

×
×
The voice for all Seasons – Remembering Rafi

Release Date

8 August, 2022

Duration

1H 01min 08sec

The voice for all Seasons – Remembering Rafi

Narrator

  • Pooja Srivastava

Genre

  • Bollywood Diaries
Rani Mukharji Ki Gudiya (रानी मुखर्जी की गुड़िया)

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://s3-ap-south-1.amazonaws.com/gaathamedialibrary/gaatha/wp-content/uploads/2019/07/19103513/rani-mukharji-pojashrivastav.mp3

Rani Mukharji Ki Gudiya (रानी मुखर्जी की गुड़िया)

Rani Mukharji Ki Gudiya (रानी मुखर्जी की गुड़िया)

×
×
Rani Mukharji Ki Gudiya (रानी मुखर्जी की गुड़िया)

Duration

5min 54s

Rani Mukharji Ki Gudiya (रानी मुखर्जी की गुड़िया)

Writer

  • Sandhya Tripathi

Narrator

  • Pooja Srivastava

Genre

  • Classics
  • Fiction
  • Social
  • Stories(Kahani)

बचपन कितना मासूम होता है | कहानी 6- 7 साल की छोटी बच्ची की है जिसका खुद का दिया हुआ नाम है रानी मुखर्जी |बच्ची को एक परिवार गोद लेने के लिए आता है किंतु बच्ची इस बात से पूरी तरीके से अनभिज्ञ है | क्या होता है आगे कहानी में जाने के लिए सुनते हैं संध्या त्रिपाठी जी के द्वारा लिखी गई कहानी रानी मुखर्जी की गुड़िया,पूजा श्रीवास्तव की आवाज में आवाज में

Adhuri Tasweeren (Part-1) (अधूरी तस्वीरें  भाग-1)

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://s3-ap-south-1.amazonaws.com/gaathamedialibrary/gaatha/wp-content/uploads/2019/07/19094233/adhuri-tasweeren-poja-shrivastava-part-1.mp3

Adhuri Tasweeren (Part-1) (अधूरी तस्वीरें  भाग-1)

Adhuri Tasweeren (Part-1) (अधूरी तस्वीरें  भाग-1)

10
×
×
Adhuri Tasweeren (Part-1) (अधूरी तस्वीरें  भाग-1)

Adhuri Tasweeren (Part-1) (अधूरी तस्वीरें  भाग-1)

Writer

  • Manisha Kulshreshtha

Narrator

  • Pooja Srivastava

Genre

  • Fiction
  • Stories(Kahani)

प्रेम एक ऐसी अनुभूति है जो कब , कैसे , किसके लिए महसूस होगी , ये कह पाना कब सम्भव हुआ है? अविनाश, एक फ़ौजी अफ़सर, जिसकी पहली शादी का अनुभव बहुत ही तकलीफ़देह रहा था, उसने शादी ना करने का मन बना लिया था । सुधा, एक आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी, रूप- गुण युक्त एक स्वावलंबी महिला थी। और उसने भी शादी को कुछ ख़ास तवज्जो नहीं दी थी। और फिर, नीलांजना , बचपन को पीछे छोड़ती वो रूपसी तरुणी जिसके लिए दुनिया रंगो से सजी जीवंत तस्वीर जैसा था । इन तीनो किरदारो के जीवन तार एक दूसरे से कैसे उलझते है , आइए सुनते है मनीषा कुलश्रेष्ठ की भावनाओं में डूबती उतराती इस कहनी “ अधूरी तसवीरें” मे..,

कुम्भ मेले का इतिहास

Share

Play Sample

Wishlist

Info

https://gaathamedialibrary.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2025/01/20060201/Episode-1-Kumbh-Mele-ka-itihaas.mp3

कुम्भ मेले का इतिहास

कुम्भ मेले का इतिहास

×
×
कुम्भ मेले का इतिहास

Release Date

14 January, 2025

Duration

06min 08sec

कुम्भ मेले का इतिहास

Writer

  • Anjana Kapur

Narrator

  • Pooja Srivastava

कुंभ मेला, विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन, भारत की संस्कृति और आस्था की अद्भुत मिसाल है। इसकी शुरुआत पौराणिक कथा से होती है, जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत कुंभ को लेकर देवता और असुरों के बीच संघर्ष हुआ। उस संघर्ष के दौरान अमृत की बूंदें प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में गिरीं। इन चार स्थानों पर ही आज कुंभ मेले का आयोजन होता है।

हर 12 साल में लाखों श्रद्धालु इन पवित्र स्थलों पर स्नान कर अपने पापों से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करने आते हैं। यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह भारत की विविधता और एकता का प्रतीक भी है।

आइए, इस अद्भुत परंपरा को समझें और गर्व करें अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर।

  • –Share on Twitter
  • –Share on Facebook
  • –Share on Pinterest
  • –Share on LinkedIn
  • –Share via Email

Reviews for: चारों स्थलों का महत्व

There are currently no reviews for चारों स्थलों का महत्व

Browse
Narrator
Writer
Trending
Top rated
Bachpan
Adhyatam
Read More….

Categories
Classics

Comedy
Fiction
Love and Romance
Kids
Social
Read More….

Quick Links
Gaatha
About Gaatha
Audios
Team
Likho Kahani

 

Start With Here
Contact Us
Become a Narrator
FAQ
Privacy Policy
Available_on_the_App_Store_black-copy-768x228
Google Play

© Copyright 2019 PATS Literary Solutions. All Rights Reserved
Facebook
Twitter
Instagram
Forgot Password
Please enter your email address or username below.
*
Username OR Email Address
Username can not be left blank.
 
Please Signup
*
Username
Username can not be left blank.
*
First Name
First Name can not be left blank.
*
Last Name
Last Name can not be left blank.
*
Email Address
Email Address can not be left blank.
*
Password
Password can not be left blank.
Strength: Very Weak

(Use Cropper to set image and
use mouse scroller for zoom image.)

 
Please Login
*
Username
Username can not be left blank.
*
Password
Password can not be left blank.
Forgot Password
OR
Facebook
Dont have account? SIGNUP