Prerak Kavitayen Stories
Deep mere jal akampit (दीप मेरे जल अकम्पित)
Deep mere jal akampit (दीप मेरे जल अकम्पित)
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Deep mere jal akampit (दीप मेरे जल अकम्पित)
Narrator
“दीपशिखा”,महादेवी वर्मा का पाँचवाँ कविता-संग्रह है। इस संग्रह के गीतों का मुख्य प्रतिपाद्य स्वयं मिटकर दूसरे को सुखी बनाना है। दीपशिखा के संग्रह से लिया गया गीत “दीप मेरे जल अकम्पित” सीमा अग्रवाल की आवाज में
Unko pranam (उनको प्रणाम)
Unko pranam (उनको प्रणाम)
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Unko pranam (उनको प्रणाम)
Narrator
नागार्जुन के काव्य संग्रह हजार- हजार पांव वाली से ली गई रचना उनको प्रणाम… कवि ने अपनी रचना के माध्यम से उन सभी को उन सभी को शत-शत नमन किया है जिनका किसी न किसी रूप में अपनी सेवाओं के द्वारा देश ,समाज आदि के लिए अतुलनीय योगदान रहा है |नागार्जुन के द्वारा लिखी गई इस खूबसूरत प्रेरक रचना को आवाज दी है डॉक्टर पवन मिश्रा
Thake hue kalakaar ( थके हुए कलाकार )
Thake hue kalakaar ( थके हुए कलाकार )
6.3
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Reviews for: Prerak Kavitayen