तीसरा आदमी उस जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° मधà¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤—ीय वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की कहानी है, जो रोज़-रोज़ की तौल-मटोल में कहीं खो गया है।
घर में, दफà¥à¤¤à¤° में, हर जगह अपनी जगह जमी रही “दूसरी आवाज़†ने उसकी पहचान का हिसà¥à¤¸à¤¾ बन लिया। लेकिन अब वह उसी आवाज़ से बाहर आकर अपनी सचà¥à¤šà¥€ पहचान तलाशना चाहता है।
मनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤‚डारी ने इस कहानी में उस तीसरे आदमी को उतारा है — जो न पूरी तरह ‘पहला’ है, न ‘दूसरा’। वो है उस खà¥à¤¦ की आवाज़ की तलाश में…
📋 सारांश
शेरा बाबू दफà¥à¤¤à¤° में छोटे-कà¥à¤²à¤°à¥à¤• की नौकरी करता है; घर में पतà¥à¤¨à¥€, ससà¥à¤°à¤¾à¤², बेहतर दरà¥à¤œà¥‡ की नौकरी — सब उसका वजूद घेर लेते हैं।
उस पर लगातार दबाव बनता रहा, उसकी à¤à¥‚खें, उसकी आवाज़ों, उसकी आतà¥à¤®à¤¾ की कहानियाठदबती गईं।
वो à¤à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा निकालने की योजना बनाता है — लेकिन à¤à¤• सà¥à¤µ-सृजित आवाज़ बनने का सपना पूरा नहीं हो पाता।
कहानी का “तीसरा आदमी†वह है — वह आवाज़ जो उसने दबाई है, वह वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जो उसने बनने से इंकार कर दिया है।
अंत में, वो उसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में है — पूरे असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के साथ ज़िंदा, लेकिन अपनी आवाज़ खो चà¥à¤•ा — अपने à¤à¥€à¤¤à¤° उà¤à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के साथ।
🔠सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ की वजह
इस कहानी में आपको मिलेगा अपने अंदर की आवाज़ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤‚ब — जो रोज़ कोई ‘दूसरा’ बनकर खामोश हो जाता है।
कहानी की à¤à¤¾à¤·à¤¾ सरल लेकिन बहà¥à¤¤ गहरी है — मनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤‚डारी की विशिषà¥à¤Ÿ शैली में, आप महसूस कर सकते हैं जीवन-थकान, चाह लेकिन चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€, और अंत में à¤à¤• सशकà¥à¤¤ विरोध।
Gaatha पर सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ विशेष इसलिठहोगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि रूप-रेखा नहीं, à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾-दसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देगी — शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के हलà¥à¤•े काà¤à¤ª-सकते सà¥à¤µà¤°, à¤à¥€à¤¤à¤° की हलचल, और वहीं-वहीं ठहरी हà¥à¤ˆÂ पहचान की आवाज़।
कहानी का नायक à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ है जो निरंतर à¤à¤• अनà¥à¤¤à¥à¤¤à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ से जूà¤à¤¤à¤¾ रहता है। यह पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ किसी और से नहीं, उसके अपने à¤à¥€à¤¤à¤° से उठता है — उसकी आतà¥à¤®à¤¾, उसके विवेक और उसके असमरà¥à¤¥ असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ से। वह अपने चारों ओर फैले à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और सामाजिक पाखंड को देखता है। उसे सब कà¥à¤› गलत लगता है, परंतॠवह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कà¥à¤› करने की हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं जà¥à¤Ÿà¤¾ पाता। यही उसकी सबसे बड़ी पीड़ा है — विचार और करà¥à¤® के बीच का संघरà¥à¤·à¥¤ वह बार-बार खà¥à¤¦ से सवाल करता है — “मैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चà¥à¤ª हूà¤? मैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ डरता हूà¤? और अगर जानता हूठकि सब गलत है, तो विरोध कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं करता?†कहानी के अंत तक वह इस ‘पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨â€™ का उतà¥à¤¤à¤° नहीं ढूà¤à¤¢ पाता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ केवल उसका नहीं — हर उस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का है जो सच जानता है पर मौन है।
“शाह की कंजरी” अमृता पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤® की उन कहानियों में से है जो समाज की परतों को चीरकर सतà¥à¤¯ को उजागर करती हैं।
यह कहानी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾, आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¥à¤®à¤¾à¤¨ और उस अदृशà¥à¤¯ संघरà¥à¤· की आवाज़ है, जिसे अकà¥à¤¸à¤° समाज अनदेखा कर देता है।
कहानी की नायिका, जो कà¤à¥€ किसी की “कंजरी” कहलाती थी, उस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से उठकर अपने आतà¥à¤®-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की परिà¤à¤¾à¤·à¤¾ खà¥à¤¦ तय करती है।
अमृता पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤® ने बड़े सधे हà¥à¤ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में यह दिखाया है कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ किसी की दया पर नहीं, उसके आतà¥à¤®-सà¥à¤µà¤° पर टिका है।
“शाह की कंजरी†केवल à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की कहानी नहीं, बलà¥à¤•ि हर उस आवाज़ की कहानी है जो बंदिशों के बावजूद अपनी पहचान बनाती है।
🎙 सà¥à¤¨à¤¿à¤ — अमृता पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤® की कलम से निकली ये सशकà¥à¤¤Â कहानी
इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई की कहानी “सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ à¤à¤• संवेदनशील लेकिन वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤²à¤• है आधà¥à¤¨à¤¿à¤• परिवार और माà¤-बेटे के रिशà¥à¤¤à¥‡ की जटिलताओं पर।
कहानी में चà¥à¤—़ताई अपने विशिषà¥à¤Ÿ अंदाज़ में पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ, घरेलू संबंधों की दूरी और à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विडंबना को उजागर करती हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯ पातà¥à¤° à¤à¤• माठऔर उसके बेटे के बीच का रिशà¥à¤¤à¤¾ है — जो अब पà¥à¤¯à¤¾à¤° से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ औपचारिकता और अपराधबोध से à¤à¤°à¤¾ है।
बेटा आधà¥à¤¨à¤¿à¤•, पढ़ा-लिखा और अपने करियर में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ है। वह माठसे दूर रहता है और जब कà¤à¥€ बात करता है, तो सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• शबà¥à¤¦ कहता है — “Sorry Mummy!â€
यह “सॉरी†सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• शबà¥à¤¦ नहीं, बलà¥à¤•ि पूरी पीढ़ी की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• दूरी और असहायता का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• बन जाता है।
💠कहानी का मूल à¤à¤¾à¤µ
इस कहानी में इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई ने दिखाया है कि किस तरह आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जीवन की तेज़ रफ़à¥à¤¤à¤¾à¤° और सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ ने माà¤-बेटे के रिशà¥à¤¤à¥‡ से आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ छीन ली है।
माठअपने बेटे के बचपन, उसके पà¥à¤¯à¤¾à¤° और उसकी ज़रूरतों को याद करती है — पर अब उसके पास सिरà¥à¤«à¤¼ ठंडे संदेश और औपचारिक माफ़ियाठबची हैं।
💠मà¥à¤–à¥à¤¯ संदेश
कहानी सवाल उठाती है —
कà¥à¤¯à¤¾ “Sorry†कहना ही रिशà¥à¤¤à¥‡ निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का विकलà¥à¤ª बन गया है?
कà¥à¤¯à¤¾ आधà¥à¤¨à¤¿à¤•ता ने संवेदनाओं को ‘इमोशनलेस à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨â€™ में बदल दिया है?
“सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ हमें à¤à¥€à¤¤à¤° तक à¤à¤•à¤à¥‹à¤°à¤¤à¥€ है और यह à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ कराती है कि माठका सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ और अपनापन किसी टेकà¥à¤¸à¥à¤Ÿ या शबà¥à¤¦ में नहीं समा सकता।
💠इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई की शैली
उनकी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में सादगी है लेकिन à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं में गहराई।
कहानी वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ और करà¥à¤£à¤¾ का à¤à¤¸à¤¾ मिशà¥à¤°à¤£ है, जो पाठक को मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ रà¥à¤²à¤¾ देता है।
यह कहानी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ योगà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है:
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर किसी के जीवन में कहीं न कहीं à¤à¤• “सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ छà¥à¤ªà¤¾ है —
à¤à¤• अधूरी बात, à¤à¤• अनकहा पà¥à¤¯à¤¾à¤°, और à¤à¤• पछतावे की गूंज।
इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई की कहानी “सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ à¤à¤• संवेदनशील लेकिन वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤²à¤• है आधà¥à¤¨à¤¿à¤• परिवार और माà¤-बेटे के रिशà¥à¤¤à¥‡ की जटिलताओं पर।
कहानी में चà¥à¤—़ताई अपने विशिषà¥à¤Ÿ अंदाज़ में पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ, घरेलू संबंधों की दूरी और à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विडंबना को उजागर करती हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯ पातà¥à¤° à¤à¤• माठऔर उसके बेटे के बीच का रिशà¥à¤¤à¤¾ है — जो अब पà¥à¤¯à¤¾à¤° से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ औपचारिकता और अपराधबोध से à¤à¤°à¤¾ है।
बेटा आधà¥à¤¨à¤¿à¤•, पढ़ा-लिखा और अपने करियर में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ है। वह माठसे दूर रहता है और जब कà¤à¥€ बात करता है, तो सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• शबà¥à¤¦ कहता है — “Sorry Mummy!â€
यह “सॉरी†सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• शबà¥à¤¦ नहीं, बलà¥à¤•ि पूरी पीढ़ी की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• दूरी और असहायता का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• बन जाता है।
💠कहानी का मूल à¤à¤¾à¤µ
इस कहानी में इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई ने दिखाया है कि किस तरह आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जीवन की तेज़ रफ़à¥à¤¤à¤¾à¤° और सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ ने माà¤-बेटे के रिशà¥à¤¤à¥‡ से आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ छीन ली है।
माठअपने बेटे के बचपन, उसके पà¥à¤¯à¤¾à¤° और उसकी ज़रूरतों को याद करती है — पर अब उसके पास सिरà¥à¤«à¤¼ ठंडे संदेश और औपचारिक माफ़ियाठबची हैं।
💠मà¥à¤–à¥à¤¯ संदेश
कहानी सवाल उठाती है —
कà¥à¤¯à¤¾ “Sorry†कहना ही रिशà¥à¤¤à¥‡ निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का विकलà¥à¤ª बन गया है?
कà¥à¤¯à¤¾ आधà¥à¤¨à¤¿à¤•ता ने संवेदनाओं को ‘इमोशनलेस à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨â€™ में बदल दिया है?
“सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ हमें à¤à¥€à¤¤à¤° तक à¤à¤•à¤à¥‹à¤°à¤¤à¥€ है और यह à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ कराती है कि माठका सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ और अपनापन किसी टेकà¥à¤¸à¥à¤Ÿ या शबà¥à¤¦ में नहीं समा सकता।
💠इसà¥à¤®à¤¤ चà¥à¤—़ताई की शैली
उनकी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में सादगी है लेकिन à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं में गहराई।
कहानी वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ और करà¥à¤£à¤¾ का à¤à¤¸à¤¾ मिशà¥à¤°à¤£ है, जो पाठक को मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ रà¥à¤²à¤¾ देता है।
यह कहानी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ योगà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है:
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर किसी के जीवन में कहीं न कहीं à¤à¤• “सॉरी ममà¥à¤®à¥€â€ छà¥à¤ªà¤¾ है —
à¤à¤• अधूरी बात, à¤à¤• अनकहा पà¥à¤¯à¤¾à¤°, और à¤à¤• पछतावे की गूंज।
दिवाली का रहसà¥à¤¯ – कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€-गणेश की पूजा, राम की नहीं?”
🎙 इस खास à¤à¤ªà¤¿à¤¸à¥‹à¤¡ में जानिà¤:
राम के अयोधà¥à¤¯à¤¾ आगमन और दीपोतà¥à¤¸à¤µ का इतिहास।
अमावसà¥à¤¯à¤¾ की रात लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€-पूजन का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤µà¥¤
देवी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ और गणेश के बीच जà¥à¤¡à¤¼à¥€ वह अदà¥à¤à¥à¤¤ कथा—जो हमें बताती है कि धन तà¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ है जब उसके साथ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और विवेक हो।
आज के जीवन में इसका कà¥à¤¯à¤¾ संदेश है—धरà¥à¤®, बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और धन साथ हों तो ही जीवन सफल और संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ होता है।
🌟 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚?
👉 कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह à¤à¤ªà¤¿à¤¸à¥‹à¤¡ केवल परंपरा नहीं, बलà¥à¤•ि आज की वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ ज़िंदगी के लिठà¤à¥€ गहरी सीख देता है।
👉 यह समà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है कि लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ (धन) को टिकाने के लिठगणेश (बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿) का साथ ज़रूरी है।
👉 और यह कि दीपावली सिरà¥à¤« घर सजाने का परà¥à¤µ नहीं, बलà¥à¤•ि मन के अंधकार को मिटाने का अवसर à¤à¥€ है।
🔥 सà¥à¤¨à¤¿à¤ गाथा पर – और जानिठदिवाली के इस अदà¥à¤à¥à¤¤ रहसà¥à¤¯ को, à¤à¤• नठअंदाज़ में।
#Gaatha #DiwaliSpecial #LakshmiGanesha #Deepotsav
“यशपाल की कहानी करवा का वà¥à¤°à¤¤ समाज के उस कटॠसतà¥à¤¯ की ओर संकेत करती है, जहाठपà¥à¤°à¥à¤·à¤¤à¥à¤µ के नाम पर सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° को गौरव समà¤à¤¾ जाता है।
कहानी का मà¥à¤–à¥à¤¯ पातà¥à¤° कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾à¤²à¤¾à¤², अपनी नई-नवेली दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ लाजो से विवाह के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ दिनों में पà¥à¤¯à¤¾à¤° नहीं, बलà¥à¤•ि दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की बातों में आकर रूखाई और अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° से वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करने लगता है। यहाठतक कि करवा चौथ जैसे दिन, जब हर पतà¥à¤¨à¥€ अपने पति के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤® और समरà¥à¤ªà¤£ का वà¥à¤°à¤¤ रखती है, उसी दिन कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾à¤²à¤¾à¤² का लाजो के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ और कठोर रवैया उसे गहरी पीड़ा देता है।
लेकिन कहानी यहीं खतà¥à¤® नहीं होती।
👉 कà¥à¤¯à¤¾ लाजो इस अपमानजनक रिशà¥à¤¤à¥‡ को छोड़ने का साहस जà¥à¤Ÿà¤¾ पाती है?
👉 कà¥à¤¯à¤¾ कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾à¤²à¤¾à¤² को अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की गलती का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ होगा?
👉 या फिर यह दांपतà¥à¤¯ उसी दरà¥à¤¦ में डूबा रहेगा?
इन सवालों के जवाब छà¥à¤ªà¥‡ हैं यशपाल के लेखन में, जहाठसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€â€“पà¥à¤°à¥à¤· संबंधों का यथारà¥à¤¥, समाज की मानसिकता और रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की जटिलता गहराई से उà¤à¤°à¤¤à¥€ है।
🎧 पूरी कहानी सà¥à¤¨à¤¿à¤ – करवा का वà¥à¤°à¤¤, यशपाल की लेखनी और नयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ की आवाज़ में, सिरà¥à¤«Â गाथा पर।
सà¥à¤§à¤¾ अरोड़ा की कहानी करवाचौथी औरत सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर à¤à¤• तीखा वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ है।
यह कहानी बड़े ही चà¥à¤Ÿà¥€à¤²à¥‡ अंदाज़ में समाज की उस मानसिकता को उजागर करती है, जहाठसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का वà¥à¤°à¤¤, उसका तà¥à¤¯à¤¾à¤— और उसका पà¥à¤°à¥‡à¤® परिवार के लिठउतनी अहमियत नहीं रखता, जितना à¤à¤• पालतू कà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ के नखरे और लाड़–पà¥à¤¯à¤¾à¤° रखते हैं।
लेखिका इस तà¥à¤²à¤¨à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से यह बताती हैं कि किस तरह à¤à¤• औरत, जो करवाचौथ जैसे वà¥à¤°à¤¤ पर अपने पति की लंबी उमà¥à¤° की कामना के लिठदिनà¤à¤° à¤à¥‚खी-पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ रहती है, उसकी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ और उसके बलिदान की उपेकà¥à¤·à¤¾ कर दी जाती है। घर के लोग उसे वह समà¥à¤®à¤¾à¤¨ और संवेदना नहीं देते, जिसकी वह हक़दार है। बलà¥à¤•ि, उसके सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर à¤à¤• कà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ के छोटे–मोटे नखरे और इचà¥à¤›à¤¾à¤à¤ ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानी जाती हैं।
इस कहानी का वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ केवल चà¥à¤à¤¤à¤¾ ही नहीं, बलà¥à¤•ि पाठकों को गहराई से सोचने पर मजबूर करता है—
👉 आखिर समाज में औरत की जगह कहाठहै?
👉 उसका वà¥à¤°à¤¤, उसकी निषà¥à¤ ा और उसका तà¥à¤¯à¤¾à¤— कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अकà¥à¤¸à¤° हलà¥à¤•े में लिया जाता है?
👉 कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤• औरत का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ केवल परंपराओं और वà¥à¤°à¤¤à¥‹à¤‚ तक सीमित है?
सà¥à¤§à¤¾ अरोड़ा की लेखनी में वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ का यह तीखा पà¥à¤Ÿ, हमें समाज के आईने में à¤à¤¾à¤à¤•ने पर मजबूर करता है और यह सोचने पर विवश करता है कि— कà¥à¤¯à¤¾ आज à¤à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की असल अहमियत पहचानी जा रही है?
13 Baras ki Sahadat – Maina Kumari ki gaatha
गणेश चतà¥à¤°à¥à¤¥à¥€ – जनà¥à¤® और आसà¥à¤¥à¤¾ का रहसà¥à¤¯
Inspiration from Insight to Action – Ashutosh Sharma
Early Life Education & Inspiration
(The beginning of a curious Mind) – Ashutosh Sharma
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कविता और शांतनॠà¤à¤¾à¤ˆ बहन है |à¤à¤• समय à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥€ था कि दोनों à¤à¤¾à¤ˆ- बहन में असीम पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤²à¤•ता था| किंतॠआज कà¥à¤¯à¤¾? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उनके बीच में इतनी दूरियां पैदा हो गई ?आज कविता राखी पर कà¥à¤¯à¤¾ यह दूरियां मिटा आà¤à¤—ी ?पूरी कहानी जाने के लिठसà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं मनीषा कà¥à¤²à¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ जी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखी गई कहानी आंखों में किरकिराते रिशà¥à¤¤à¥‡ ,पूजा शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ की आवाज में
“बू” – जब यादें à¤à¥€ खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ छोड़ जाती हैं…
कà¤à¥€ आपने किसी की मौजूदगी को सिरà¥à¤«à¤¼ खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ से महसूस किया है?
मंटो की कहानी “बू†à¤à¤• अनकही मोहबà¥à¤¬à¤¤ की दसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ है — जो à¤à¤• रात में जगी थी, और बरसों बाद à¤à¥€ रूह में ठहरी रह गई। यह कहानी नहीं, à¤à¤• à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ है… उस छà¥à¤…न का, जो अब छूती नहीं, पर उसकी ‘बू’ अब à¤à¥€ दिल की परतों में कहीं बाकी है।
à¤à¤• नौजवान, à¤à¤• लड़की… और à¤à¤• मà¥à¤²à¤¾à¤•़ात — जो यादों की तह में सिमटती चली जाती है, मगर उसकी खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ मिटती नहीं।
अगर आपने कà¤à¥€ किसी को छोड़ा नहीं, सिरà¥à¤« खो दिया है — तो ‘बू’ आपको बहà¥à¤¤ करीब लगेगी।
सà¥à¤¨à¥‡ “बू†— Saadat Hasan Manto की बेबाक, बेपरà¥à¤¦à¤¾ और बेहद खूबसूरत कहानी — सिरà¥à¤«à¤¼ Gaatha पर।
Ashok Pathak – Journey from Panchayat’s Binod to Cannes
अगर मौत मेरे पहले आई… तो मैं मौत को मार डालूंगा!”
ये कोई फिलà¥à¤®à¥€ डायलॉग नहीं… ये वो संकलà¥à¤ª था, जो कैपà¥à¤Ÿà¤¨ मनोज कà¥à¤®à¤¾à¤° पांडे ने अपनी आतà¥à¤®à¤¾ में उतार रखा था।
वो जवान जो शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में आग और आंखों में लकà¥à¤·à¥à¤¯ लेकर चला था —
जिसे न वीरगति का डर था, न दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ की गोलियों से कोई शिकवा।
उसका सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• मक़सद था: “तिरंगा वहाठलहराना है, जहाठदà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ सोच à¤à¥€ न सके।â€
परमवीर चकà¥à¤° विजेता कैपà¥à¤Ÿà¤¨ मनोज कà¥à¤®à¤¾à¤° पांडे —
उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की धरती पर जनà¥à¤®à¤¾ वो सपूत,
जिसने à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤ इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में ही कह दिया था — “I want to win the Param Vir Chakra.â€
और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सिरà¥à¤«à¤¼ सपना नहीं देखा — उसे अपने बलिदान से साकार à¤à¥€ कर दिखाया।
कारगिल की वो बरà¥à¤«à¤¼à¥€à¤²à¥€ रातें, पहाड़ियों की चढ़ाई, दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ के बंकर, और गोलियों की बौछार…
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ मनोज ने न रà¥à¤•ना जाना, न à¤à¥à¤•ना।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ की पोसà¥à¤Ÿà¥à¤¸ को अकेले धà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ किया — और आखिरी सांस तक लड़ते हà¥à¤ वीरगति को गले लगाया।
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“शौरà¥à¤¯ गाथा: कैपà¥à¤Ÿà¤¨ मनोज पांडे की अमर कहानी”
à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ ऑडियो अनà¥à¤à¤µ जो रà¥à¤²à¤¾à¤à¤—ा à¤à¥€, जोश à¤à¥€ à¤à¤° देगा… और शायद आपकी सोच à¤à¥€ बदल देगा।
ये सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• कहानी नहीं, à¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ है।
ये सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• वीरगाथा नहीं, à¤à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की चेतना है।
और ये सिरà¥à¤«à¤¼ मनोज की आवाज़ नहीं, à¤à¤¾à¤°à¤¤ माठकी जय का घोष है।
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अपने कानों से महसूस कीजिठà¤à¤• अमर शहीद की जीवनी
यà¥à¤µà¤¤à¥€: डारà¥à¤²à¤¿à¤‚ग, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने मà¥à¤à¥‡ आज पकड़ ही लिया होता।
चैंपलिन: जान! कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® इन पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वालों को मूरà¥à¤– समà¤à¤¤à¥€ हो?
यà¥à¤µà¤¤à¥€: à¤à¤¾à¤— चलो यहां से, नहीं तो हम बà¥à¤°à¥€ तरह फंस जाà¤à¤‚गे।
पà¥à¤²à¤¿à¤¸: इस बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग को चारों तरफ से पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने घेर लिया है। सà¤à¥€ लोग अपने घरों से बाहर निकल आà¤à¤‚।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पीछा कर रहे थे कà¥à¤› पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाले यà¥à¤µà¤¤à¥€ और चैंपलिन का? कà¥à¤¯à¤¾ यà¥à¤µà¤¤à¥€ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वालों को धोखा देने में कामयाब होती है? कà¥à¤¯à¤¾ चैंपलिन की पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वालों से मà¥à¤ à¤à¥‡à¤¡à¤¼ होती है? चैंपलिन और पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की मà¥à¤ à¤à¥‡à¤¡à¤¼ में किसकी मौत होती है? ताबूत में किसकी लाश मिलती है?
कहानी का ससà¥à¤ªà¥‡à¤‚स जानने के लिठआज ही सà¥à¤¨à¥‡à¤‚ शेफाली कपूर की आवाज में कहानी ‘à¤à¤¨à¤•ाउंटर’।
फरीदी और लियोनारà¥à¤¡ – Ibnesafi ( इबà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤«à¥€) – Nayani Dixit
इबà¥à¤¨à¥‡ सफ़ी की कहानी फ़रीदी और लियोनारà¥à¤¡ में लियोनारà¥à¤¡ à¤à¤• बेहद चलाक लेकिन बेहद घटिया किसà¥à¤® का बà¥à¤²à¥ˆà¤•मेलर है ।जो बà¥à¤²à¥ˆà¤• मेलिंग तक ही नहीं रà¥à¤•ता बलà¥à¤•ि क़तà¥à¤² और दूसरे और हथकंडे अपनाने पर à¤à¥€ उतर आता है। कहानी में लियोनारà¥à¤¡ कौन-कौन से हथकंडे आज़माता हैं?फ़रीदी किस पà¥à¤°à¤•ार उसको अपनी गिरफà¥à¤¤ में लेता है ?इस बेहद सनसनीख़ेज़ कहानी को आवाज़ दी है नयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ ने..
क़तà¥à¤² का राज़ – महेश दà¥à¤¬à¥‡ – नयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤
कहानी में गà¥à¤°à¥‚बखà¥à¤¼à¤¶ मंगतानी सेठका कतà¥à¤² हो जाता है ।इस कतà¥à¤² का इलà¥à¤œà¤¾à¤¼à¤® उसका दोसà¥à¤¤ बाबलानी अपने ऊपर ले लेता है। किंतॠजब कहानी से कई राज़ की परतें खà¥à¤²à¤¤à¥€ है तो कà¥à¤¯à¤¾ वासà¥à¤¤à¤µ में बाबलानी सेठमंगतानी का कातिल होता है या कोई ?और अगर कोई और है तो बाबलानी ने अपने ऊपर इलà¥à¤œà¤¾à¤¼à¤® कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ले कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लिया? बेहद रोमांचक और रहसà¥à¤¯ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र कहानी जानिठनयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ की आवाज़ में ,लेखक महेश दà¥à¤¬à¥‡ की लिखी कहानी कतà¥à¤² का राज में आखिर कà¥à¤¯à¤¾ होता है?
जà¥à¤¼à¤²à¥à¤® की अजी़ब दासà¥à¤¤à¤¾à¤‚ होती है। कà¤à¥€ जà¥à¤¼à¤²à¥à¤® होता है तब पता चलता है ,तो कà¤à¥€ जà¥à¤¼à¤²à¥à¤® होने वाला होता है तब पता चलता है। लेकिन दोनों ही सूरत में मरà¥à¤¡à¤°, जà¥à¤²à¥à¤®, वारदात तो हो ही गया होता है ।वारदात से पहले, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को आगाह करना ,मौके पर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾ और जब तक पà¥à¤²à¤¿à¤¸ इस वारदात को होने से बचाà¤à¤‚, वारदात को अंजा़म देना ।यूं कहिठकि छलावे में फà¤à¤¸à¤¾à¤¨à¤¾à¥¤ महेश दà¥à¤¬à¥‡ की कहानी छलावा कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ ही है ।छलावा कोई परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है, इंसान हैं, चीज़ है ,जगह है ,कà¥à¤¯à¤¾ है? तो छलावे को अंजा़म कौन दे रहा है? जानना चाहेंगे ,तो सà¥à¤¨à¤¿à¤ नयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ की शानदार आवाज़ में महेश दà¥à¤¬à¥‡ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखी mysteryऔर thriller से à¤à¤°à¤ªà¥‚र कहानी छलावा।
कà¥à¤¯à¤¾ 2000 का फटा हà¥à¤† नोट किसी की किसà¥à¤®à¤¤ बदल सकता है ?अचà¥à¤›à¥€ या बà¥à¤°à¥€ ,असली सवाल तो यह है| महेश दà¥à¤¬à¥‡ जी की बेहद दिलचसà¥à¤ª कहानी है 2000 का नोट , 2000 का फटा नोट अपने आस-पास के काफी़ लोगों की किसà¥à¤®à¤¤ बदल रहा है। लेकिन किसà¥à¤®à¤¤ किस तरह और किस पलड़े बैठी है ?वही इस कहानी का Main story line है नयनी दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ की आवाज़ में इस बेहतरीन से लव सà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥€ का लà¥à¤«à¥à¤¼à¤¤ उठाà¤à¤‚।
Doctor’s Diary – A Gaatha Original Series
Step into the real, raw, and heart-touching world of Indian doctors.
From life-saving surgeries to quiet sacrifices, from village clinics to city ICUs — every episode tells a powerful story of courage, humanity, and hope.
🎧 Not just stories. These are the journeys of real-life heroes in white coats.
Only on Gaatha – सà¥à¤¨à¤¿à¤ वो कहानियाà¤, जो दिल तक जाती हैं।
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शौरà¥à¤¯Â गाथा – ऑपरेशन सिंदूर’ की à¤à¤• अनसà¥à¤¨à¥€Â कहानी
6-7 मई 2025 की रात, जब दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ को लगा कि वो अंधेरे में छिपा रहेगा… à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सेनाà¤à¤‚ बन गईं आंधी। 9 आतंकी कैंप, PoK और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में घà¥à¤¸à¤•र तबाह। यह सिरà¥à¤« बदले की कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं थी… यह था नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ – शौरà¥à¤¯, रणनीति और तकनीक का संगम।
शिव à¤à¤• यà¥à¤—पà¥à¤°à¥à¤· है।आदि और अंत वही है। यह अनूठी होली की दासà¥à¤¤à¤¾à¤¨ है जोकि शमशान में खेली जाती है। जहां कवि ने शिव के माधà¥à¤¯à¤® से जीवन के आरंठऔर अंत का बखूबी से वरà¥à¤£à¤¨ किया है…
à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· को गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ की जंजीरों से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराने के लिठहर वरà¥à¤— के लोगों—बचà¥à¤šà¥‡, बूढ़े और जवान—ने आजादी के संघरà¥à¤· में अपना अमूलà¥à¤¯ योगदान दिया। इन महान सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानियों ने जेल की यातनाà¤à¤‚ सहीं, अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¥‡à¤²à¥‡, लेकिन अपने संकलà¥à¤ª को टूटने नहीं दिया।
सोचिà¤, कितना रोमांचकारी और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होगा यदि हम इन अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚। à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• अमूलà¥à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय जगदीश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ राजवंशी जी की किताब हवालात, राजवंशी जी जो मातà¥à¤° 25 वरà¥à¤· की आयॠमें जेल गठऔर लखनऊ जेल से ही जेल में बिताठअपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को समेटकर यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लिखी। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• न केवल उनके संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की गाथा है, बलà¥à¤•ि सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® की जीवंत à¤à¤²à¤• à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤Â करती है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· को गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ की जंजीरों से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराने के लिठहर वरà¥à¤— के लोगों—बचà¥à¤šà¥‡, बूढ़े और जवान—ने आजादी के संघरà¥à¤· में अपना अमूलà¥à¤¯ योगदान दिया। इन महान सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानियों ने जेल की यातनाà¤à¤‚ सहीं, अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¥‡à¤²à¥‡, लेकिन अपने संकलà¥à¤ª को टूटने नहीं दिया।
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सोचिà¤, कितना रोमांचकारी और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होगा यदि हम इन अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚। à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• अमूलà¥à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय जगदीश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ राजवंशी जी की किताब हवालात, राजवंशी जी जो मातà¥à¤° 25 वरà¥à¤· की आयॠमें जेल गठऔर लखनऊ जेल से ही जेल में बिताठअपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को समेटकर यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लिखी। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• न केवल उनके संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की गाथा है, बलà¥à¤•ि सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® की जीवंत à¤à¤²à¤• à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤Â करती है।
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सोचिà¤, कितना रोमांचकारी और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होगा यदि हम इन अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚। à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• अमूलà¥à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय जगदीश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ राजवंशी जी की किताब हवालात, राजवंशी जी जो मातà¥à¤° 25 वरà¥à¤· की आयॠमें जेल गठऔर लखनऊ जेल से ही जेल में बिताठअपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को समेटकर यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लिखी। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• न केवल उनके संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की गाथा है, बलà¥à¤•ि सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® की जीवंत à¤à¤²à¤• à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤Â करती है।
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à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤· को गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ की जंजीरों से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराने के लिठहर वरà¥à¤— के लोगों—बचà¥à¤šà¥‡, बूढ़े और जवान—ने आजादी के संघरà¥à¤· में अपना अमूलà¥à¤¯ योगदान दिया। इन महान सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानियों ने जेल की यातनाà¤à¤‚ सहीं, अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¥‡à¤²à¥‡, लेकिन अपने संकलà¥à¤ª को टूटने नहीं दिया।
सोचिà¤, कितना रोमांचकारी और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होगा यदि हम इन अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤¨à¥‡à¤‚। à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• अमूलà¥à¤¯ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय जगदीश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ राजवंशी जी की किताब हवालात, राजवंशी जी जो मातà¥à¤° 25 वरà¥à¤· की आयॠमें जेल गठऔर लखनऊ जेल से ही जेल में बिताठअपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को समेटकर यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लिखी। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• न केवल उनके संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की गाथा है, बलà¥à¤•ि सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® की जीवंत à¤à¤²à¤• à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤Â करती है।
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इस गाथा में हम कà¥à¤‚ठमेले के पà¥à¤°à¤•ारों की रोचक और विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ कहानी साà¤à¤¾ करेंगे। दरअसल, कà¥à¤‚ठमेला चार पà¥à¤°à¤•ार का होता है- कà¥à¤‚à¤, अरà¥à¤§ कà¥à¤‚à¤, पूरà¥à¤£ कà¥à¤‚ठऔर महाकà¥à¤‚à¤à¥¤ पूरà¥à¤£ कà¥à¤‚à¤: 12 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में à¤à¤• बार
अरà¥à¤§ कà¥à¤‚à¤: हर 6 साल में
महाकà¥à¤‚à¤: 144 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में à¤à¤• बार
कà¥à¤‚ठसà¥à¤¨à¤¾à¤¨: विशेष गà¥à¤°à¤¹-नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° योग में
हर कà¥à¤‚ठका अपना महतà¥à¤µ, अपनी महिमा है
कà¥à¤‚ठमें नागा साधà¥à¤“ं की अनोखी à¤à¥‚मिका
कà¥à¤‚ठमेला केवल आसà¥à¤¥à¤¾ और अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® का परà¥à¤µ नहीं, यह नागा साधà¥à¤“ं के साहस, तपसà¥à¤¯à¤¾ और अनूठे जीवन का अदà¥à¤à¥à¤¤ दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¥€ है।
नागा साधà¥:
आतà¥à¤®à¤¸à¤‚यम और तà¥à¤¯à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•
कठिन तपसà¥à¤¯à¤¾ और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤°à¥à¤¯ का मारà¥à¤—
आंतरिक शांति और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿Â का सà¥à¤°à¥‹
अखाड़े: कà¥à¤‚ठमेले की आतà¥à¤®à¤¾
कà¥à¤‚ठमेले की पहचान सिरà¥à¤« सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•ता तक सीमित नहीं है, बलà¥à¤•ि इसके केंदà¥à¤° में हैं अखाड़े, जो सनातन धरà¥à¤® की परंपरा, साधना और शौरà¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं।
अखाड़ों का महतà¥à¤µ:
अखाड़े विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संत परंपराओं और साधà¥à¤“ं के संगठन हैं। ये न केवल धरà¥à¤® की रकà¥à¤·à¤¾ करते हैं, बलà¥à¤•ि समाज को जà¥à¤žà¤¾à¤¨, योग, और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का मारà¥à¤— दिखाते हैं।
âš” आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® और शौरà¥à¤¯ का संगम:
अखाड़ों में साधॠअपने शारीरिक और मानसिक बल का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करते हैं। वे कà¥à¤‚ठमेले में अपने धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œ के साथ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं, जिसे शाही सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के रूप में जाना जाता है।
🕉 पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अखाड़े:
जैसे जूना अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़ा आदि। हर अखाड़े की अपनी परंपरा और इतिहास है।
गाथा के साथ जानिठअखाड़ों की कहानियां, उनकी परंपराà¤à¤‚ और कà¥à¤‚ठमेले में उनके योगदान की अदà¥à¤à¥à¤¤ गाथा।
कà¥à¤‚ठमेले में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ का महतà¥à¤µ: पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ की ओर à¤à¤• कदम
कà¥à¤‚ठमेले में नदियों में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करना सिरà¥à¤« à¤à¤• परंपरा नहीं, यह आतà¥à¤®à¤¾ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और मोकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ का माधà¥à¤¯à¤® है। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि गंगा, यमà¥à¤¨à¤¾ और सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जैसे पवितà¥à¤° नदियों में डà¥à¤¬à¤•ी लगाने से पापों का नाश होता है और जीवन में सकारातà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ का संचार होता है।
धारà¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, कà¥à¤‚ठके दौरान इन नदियों का जल अमृतमय हो जाता है। सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करने से केवल शरीर ही नहीं, मन और आतà¥à¤®à¤¾ à¤à¥€ शà¥à¤¦à¥à¤§ होती है। यह à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ अनà¥à¤à¤µ है, जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को अपने à¤à¥€à¤¤à¤° की गहराइयों को समà¤à¤¨à¥‡ और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• शांति पाने में मदद करता है।
गाथा के साथ जानिà¤, कà¥à¤‚ठमेले में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ कहानियां और धारà¥à¤®à¤¿à¤• रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की गहराई।
कà¥à¤‚ठमेला केवल आसà¥à¤¥à¤¾ और परंपरा का परà¥à¤µ नहीं, यह खगोलीय घटनाओं और जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¥€à¤¯ गणनाओं से à¤à¥€ गहराई से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ है। कà¥à¤‚ठका आयोजन तब होता है जब गà¥à¤°à¤¹-नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का विशेष संयोग बनता है, जो इसे अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• पवितà¥à¤° बनाता है।
गà¥à¤°à¤¹-नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ:
जब गà¥à¤°à¥ (बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿) सिंह, कà¥à¤‚à¤, या अनà¥à¤¯ विशेष राशियों में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं और सूरà¥à¤¯ और चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ अनà¥à¤•ूल होती है, तब कà¥à¤‚ठमेले का समय तय होता है। यह संयोग सकारातà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ का संचार करता है और इसे आतà¥à¤®à¤¾ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के लिठउपयà¥à¤•à¥à¤¤ बनाता है।
जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°:
कà¥à¤‚ठमें सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन में शà¥à¤à¤¤à¤¾, शांति और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ आती है। यह खगोलीय शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से आतà¥à¤®à¤¾ और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚ड के बीच के संबंध को सà¥à¤¦à¥ƒà¤¢à¤¼ करता है।
गाथा के साथ जानिठकà¥à¤‚ठऔर जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· के इस अदà¥à¤à¥à¤¤ संगम की कहानियां।
चारों कà¥à¤‚ठसà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का महतà¥à¤µ: à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•ृति का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• चमतà¥à¤•ार
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में चार सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤¸à¥‡ हैं, जो कà¥à¤‚ठमेले के आयोजन का पवितà¥à¤° केंदà¥à¤° बनते हैं – पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—राज, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ और नासिक। इन सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का महतà¥à¤µ न केवल धारà¥à¤®à¤¿à¤• है, बलà¥à¤•ि ये à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सांसà¥à¤•ृतिक और à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• धरोहर का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• à¤à¥€ हैं।
पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—राज: गंगा, यमà¥à¤¨à¤¾ और अदृशà¥à¤¯ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ का संगम। यहां कà¥à¤‚ठमें सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से जीवन की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और पापों का नाश होता है।
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°: गंगा नदी का पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ यहां सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से मोकà¥à¤· की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ मानी जाती है।
उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨: कà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾ नदी के किनारे सà¥à¤¥à¤¿à¤¤, यह सà¥à¤¥à¤² à¤à¤—वान महाकालेशà¥à¤µà¤° से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ है। यहां कà¥à¤‚ठअधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® और शिव आराधना का केंदà¥à¤° है।
नासिक: गोदावरी नदी के तट पर बसा यह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ रामायण और अमृत मंथन की कहानियों से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ है।
चारों सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ पर कà¥à¤‚ठमेला à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ अनà¥à¤à¤µ है, जो आसà¥à¤¥à¤¾, परंपरा और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•ता को जीवंत करता है।
गाथा के साथ जानिठइन पवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की कहानियां और इनके महतà¥à¤µ की गहराई।
कà¥à¤‚ठमेला, विशà¥à¤µ का सबसे बड़ा आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• आयोजन, à¤à¤¾à¤°à¤¤ की संसà¥à¤•ृति और आसà¥à¤¥à¤¾ की अदà¥à¤à¥à¤¤ मिसाल है। इसकी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ पौराणिक कथा से होती है, जब समà¥à¤¦à¥à¤° मंथन के दौरान अमृत कà¥à¤‚ठको लेकर देवता और असà¥à¤°à¥‹à¤‚ के बीच संघरà¥à¤· हà¥à¤†à¥¤ उस संघरà¥à¤· के दौरान अमृत की बूंदें पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—राज, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ और नासिक में गिरीं। इन चार सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर ही आज कà¥à¤‚ठमेले का आयोजन होता है।
हर 12 साल में लाखों शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ इन पवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ पर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर अपने पापों से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पाने और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• शांति का अनà¥à¤à¤µ करने आते हैं। यह मेला न केवल धारà¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤µ रखता है, बलà¥à¤•ि यह à¤à¤¾à¤°à¤¤ की विविधता और à¤à¤•ता का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• à¤à¥€ है।
आइà¤, इस अदà¥à¤à¥à¤¤ परंपरा को समà¤à¥‡à¤‚ और गरà¥à¤µ करें अपनी सांसà¥à¤•ृतिक धरोहर पर।
“वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•ार, फिलà¥à¤® समीकà¥à¤·à¤•, और पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ शीला à¤à¥à¤‚à¤à¥à¤¨à¤µà¤¾à¤²à¤¾ ने 97 वरà¥à¤· की आयॠमें à¤à¥€ लेखन और समाजसेवा में अपनी सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ को बनाठरखा है। उनका नया उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ “”पतà¤à¤¡à¤¼ में वसंत”” वृदà¥à¤§ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की तà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¦à¥€ को बखूबी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करता है।
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“कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ चावला: वो नाम जिसने अंतरिकà¥à¤· की अनंत ऊंचाइयों को छूकर हर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ को गरà¥à¤µ से à¤à¤° दिया। अंतरिकà¥à¤· में जाने वाली à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पहली महिला, कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ का सपना बचपन से ही आसमान से परे देखने का था। उनकी यह जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ और मेहनत उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अंतरिकà¥à¤· तक ले गई। 1997 में पहली बार अंतरिकà¥à¤· में कदम रखने के बाद, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी दूसरी उड़ान के दौरान 2003 में सà¤à¥€ के दिलों में अमर हो गईं। कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की कहानी न केवल उनकी उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨ करती है, बलà¥à¤•ि हर उस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करती है जो बड़े सपने देखता है।
पूरी कहानी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिठआज ही डाउनलोड करें Gaatha à¤à¤ª और सà¥à¤¨à¥‡à¤‚ उनकी अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ यातà¥à¤°à¤¾ की दासà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥¤”
“सोमा मोंडल, सà¥à¤Ÿà¥€à¤² अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) की पहली महिला अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने नेतृतà¥à¤µ और दूरदृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤Ÿà¥€à¤² उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में नठआयाम सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किठहैं। फोरà¥à¤¬à¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ महिलाओं में शामिल, सोमा मोंडल की यातà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है। उनके पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के पहले साल में सेल का मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾ तीन गà¥à¤¨à¤¾ बढ़ा और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कंपनी को नई ऊà¤à¤šà¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ à¤à¤• छोटे से ओडिया परिवार से निकलकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी मेहनत और लगन से इतिहास रचा।
उनकी पूरी कहानी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के लिठअà¤à¥€ डाउनलोड करें Gaatha à¤à¤ª, और जानें à¤à¤• महिला की अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सफलता की दासà¥à¤¤à¤¾à¤‚।”
“किरण मजूमदार शॉ ने साबित कर दिया है कि सचà¥à¤šà¥€ लगन, कठिन मेहनत, और समà¤à¤¦à¤¾à¤°à¥€ से कोई à¤à¥€ सफलता के शिखर को छू सकता है। बॉयोकॉन की फाउंडर और बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अगà¥à¤°à¤£à¥€ होने के बावजूद, उनका सफर चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤¾ रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बायोकॉन की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ à¤à¤• छोटे से गैराज से की और आज इसे वैशà¥à¤µà¤¿à¤• पहचान दिलाई। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल किरण की कहानी उनकी अटूट इचà¥à¤›à¤¾à¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿ और अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ की मिसाल है।
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“शोà¤à¤¨à¤¾ à¤à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾, à¤à¤šà¤Ÿà¥€ मीडिया की चेयरपरà¥à¤¸à¤¨ और à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सबसे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ महिलाओं में से à¤à¤•, जो देश के सबसे बड़े मीडिया सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• का नेतृतà¥à¤µ करती हैं। पतà¥à¤°à¤•ारिता की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में अपने बेहतरीन दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•ोण और नेतृतà¥à¤µ से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नई मिसालें कायम की हैं। राजसà¤à¤¾ सदसà¥à¤¯ और सामाजिक मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर उनकी गहरी समठने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• आदरà¥à¤¶ लीडर के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया है। शोà¤à¤¨à¤¾ à¤à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ की कहानी à¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ है, जो बताती है कि कैसे मजबूत नेतृतà¥à¤µ और साहसिक फैसले किसी को ऊà¤à¤šà¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ पर पहà¥à¤‚चा सकते हैं।
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“लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने à¤à¤¸à¤¿à¤¡ हमले के बाद सिरà¥à¤« अपने जीवन को नहीं बलà¥à¤•ि पूरे समाज की सोच को बदलने का पà¥à¤°à¤£ लिया। उनकी साहसिकता और सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ ने कई लोगों को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया है। उनके संघरà¥à¤· और उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बारे में अधिक जानने के लिठGaatha à¤à¤ª डाउनलोड करें और इस पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• कहानी को सà¥à¤¨à¥‡à¤‚!”
अरà¥à¤‚धति ने न केवल बैंकिंग की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में महिलाओं का मान बढ़ाया, बलà¥à¤•ि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने डिजिटल कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति और सामाजिक सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤— à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ किया। उनके संघरà¥à¤· और उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बारे में और जानने के लिठGaatha à¤à¤ª डाउनलोड करें और इस पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• यातà¥à¤°à¤¾ को सà¥à¤¨à¥‡à¤‚!”
“मिथाली राज: महिला कà¥à¤°à¤¿à¤•ेट का आइकॉन! उनकी उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने न केवल खेल को नया आयाम दिया है, बलà¥à¤•ि यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया है। उनके संघरà¥à¤· और सफलता की कहानी को जानने के लिठGaatha à¤à¤ª डाउनलोड करें और Navratri सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤² ‘उड़ान हौसलों की’ में जाकर बस कà¥à¤²à¤¿à¤• कर सà¥à¤¨à¤¿à¤ Arti Srivastava की खूबसूरत आवाज़ में!””
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