लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये…
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
धन्यवाद गाथा
10
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
धन्यवाद गाथा
शोभा और पंकज नव दांपत्य में बहुत प्यारा समय बिता रहे थे ।जैसे आधुनिक लैला मजनू। लेकिन नव दंपति से माता-पिता बनते ही उनके प्रेम ने नया रूप ले लिया, जिसमें प्यार कम गुस्सा ,शिकायतें, झगड़े ज्यादा होने लगे ।तो क्या उनका प्रेम वास्तव में समाप्त हो गया
लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये…
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
धन्यवाद गाथा
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये…
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
धन्यवाद गाथा
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
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लैला मजनू बहुत पुरानी और चर्चित कहानी है, किन्तु एक नये अंदाज़ में नये तरीके से पेश की गयी ये कहानी बहुत अच्छी लगी। ममता कालिया जी अच्छा लिखती हैँ जिसको बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ आरती जी ने प्रस्तुत किया है. पंकज और शोभा कुछ कुछ वही जिंदगी जी रहें हैँ जो आज के मध्यम वर्ग परिवार जीते हैँ। कुल मिलाकर कहानी और प्रस्तुति दोनों ही उम्दा हैँ।
धन्यवाद गाथा
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